चेन्नई। चक्रवात मिचौंग के कारण तमिलनाडु के कई क्षत्रों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ा। इस चक्रवाती तूफान के कारण चेन्नई के अरुमबक्कम इलाके में अभी भी सड़कों पर जलभराव देखने को मिल रहा है। घरों से लेकर दुकानों तक पानी भर गया है।
चक्रवात मिचौंग के कारण राज्य में हुए इस क्षति के बाद मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने केंद्र सरकार से मदद की गुहार की है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर चक्रवात के बाद हुए नुकसान के लिए 5060 करोड़ रुपये की अंतरिम राहत कोष की मांग की है। इसी के साथ उन्होंने चक्रवात की वजह से राज्य में हुए नुकसान की समीक्षा के लिए केंद्र से एक टीम भेजने की मांग की है। पीएम मोदी को यह चिट्ठी द्रमुक सांसद टीआर बालू ने दिल्ली में खुद दी है।
सीएम स्टालिन ने चेन्नई में एक राहत शिविर का दौरा किया। उन्होंने इस शिविर में लोगों को जरूरत का सामान बांटते दिखे। चेन्नई में जलभराव के कारण होटल के कर्मचारियों ने एक विदेशी पर्यटक को उसके वाहन तक पहुंचने में मदद की।
बता दें कि बंगाल की खाड़ी में उठा भीषण चक्रवाती तूफान मिचौंग मंगलवार दोपहर 100 किमी की गति से आंध्र प्रदेश में नेल्लोर और कवाली के बीच बापटला के पास तट से टकराया। इसके प्रभाव से आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों के अलावा चेन्नई में भी भारी बारिश हुई जिससे निचले इलाके पानी में डूब गए हैं। तमिलनाडु में भी 20 से ज्यादा उड़ानें व लगभग 100 ट्रेनें रद्द की गई हैं। हालांकि, चेन्नई एयरपोर्ट खोल दिया गया है। बारिश के चलते यहां 21 विमान और 1,500 से ज्यादा यात्री फंसे थे।
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