25 हजार की आबादी वाला कोदरिया गांव प्यासा
इंदौर। इंदौर जिले की सबसे बड़ी 25 हजार की आबादी वाले ग्राम पंचायत कोदरिया में बकाया जलकर को लेकर तीन दिनों से नर्मदा सप्लाई बंद है, जिसके कारण पूरा गांव प्यासा है। नर्मदा प्रोजेक्ट के अधिकारियों का कहना है कि कम से कम पांच लाख की बकाया राशि जमा करें, तभी सप्लाई शुरू करेंगे, जबकि सरपंच अनुराधा जोशी ने बताया कि कोरोना महामारी के कारण पंचायत की हालत पहले से बहुत खराब है, फिर भी प्रयास कर आज लगभग एक लाख की राशि जमा की जाएगी। उल्लेखनीय है कि बकाया राशि को लेकर पूर्व में भी सप्लाई बंद कर दी गई थी, तब पंचायत ने 50 हजार की राशि जमा की थी तब जाकर सप्लाय चालू हुई थी।
नगर पंचायत बनाने का प्रयास तेज
ग्राम पंचायत कोदरिया को नगर पंचायत बनाने का प्रयास तेजी किया जा रहा है। हालांकि इसके लिए लंबे समय से पंचायत प्रयासरत है, लेकिन कोरोना महामारी के कारण मामला ठंडे बस्ते में चला गया था। अब फिर से पंचायत सक्रिय होकर हो गई है और मंत्री उषा ठाकुर के जरिए नगर पंचायत का दर्जा दिलाने के लिए जोर लगा रही है। अगर नगर पंचायत बन गया तो फंड भी बढ़ जाएगी, जिससे जलकर भरने में भी कोई दिक्कत नहीं होगी।
प्रेशर भी 6 के बजाय 3 इंच किया…कई घरो में मात्र 1 बाल्टी ही मिल पाता पानी
पहले नर्मदा पानी की सप्लाई 6 इंच के प्रेशर से किया जाता था तो सभी घरों में पानी की पूर्ति हो जाती थी, लेकिन अब 3 इंच कर दिया गया है। इसके कारण कई घरों में पानी मात्र एक बाल्टी ही मिल पाता है। वाटर सप्लाय की अवधि भी सीमित है इस कारण भी गांव के लोग परेशान है और प्यासे गांव से भी लाखों रुपए का जलकर वसूला जाता है।
गवली पलासिया और अन्य क्षेत्रों में भी लो प्रेशर… 13 हजार लोग परेशान
नर्मदा प्रोजेक्ट द्वारा जबसे सप्लाई का प्रेशर 3 इंच कम किया गया है, तबसे कोदरिया पंचायत के लोग तो परेशान हैं, वहीं गवली पलासिया व आसपास के लोग भी परेशान हो रहे है। हालांकि इन दोनों पंचायतों की आबादी कम है, इसलिए ज्यादा दिक्कतें नहीं हो रही है। गवली पलासिया की आबादी लगभग 12 हजार तो सिग्नल बिहार की आबादी 1000 है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved