इंदौर (Indore)। पूर्व नेता प्रतिपक्ष और कांगे्रस पार्षद फौजिया अलीम ने नर्मदा का गंदा पानी सप्लाई करने के मामले में कल कोर्ट में एक याचिका प्रस्तुत की, जिसमें नगर निगम की लैब द्वारा एक टंकी से सप्लाई किए जाने वाले पानी की टेस्टिंग की रिपोर्ट प्रस्तुत की गई। जांच रिपोर्ट में माना गया है कि इस टंकी से वितरित किया जाने वाला पानी पीने योग्य नहीं है।
अलीम ने बताया कि हम कई बार यहां गंदा पानी आने की शिकायत कर रहे थे, लेकिन निगम के अधिकारी सुनने को तैयार नहीं थे तो कोर्ट जाना पड़ा। गंदे पानी के कारण क्षेत्र के लोग बीमार पड़ रहे हैं और हैजा जैसी बीमारी फैलने की आशंका बन गई है। इसी को लेकर 5 स्थानों से नर्मदा के पानी का सैम्पल लेकर निगम की लैब से लेकर निजी लैब तक कराई गई जांच करवाई गई थी। जिन पांच स्थानों से पानी लिया गया, वहां एक भी जगह यह पानी पीने योग्य नहीं पाया गया, जबकि 15 दिन में एक बार यहां स्कीम नंबर 94 की पानी की टंकी से सप्लाई किया जाता है।
इन क्षेत्रों में मिली गड़बड़
– स्कीम नंबर 94 स्थित पानी की टंकी से इन क्षेत्रों में पानी सप्लाई किया जाता है। जो सैम्पल लिए गए हैं, वे सैम्पल अलग-अलग स्थानों से लिए गए हैं, जिसमें कहीं न कहीं गड़बड़ मिली है।
– मदीना नगर-इस टंकी का पानी पीने योग्य नहीं बताया गया है। हालांकि इसमें अमोनिया का स्तर कम है, लेकिन दूसरे मिननल गड़बड़ पाए गए हैं।
– दूसरी पुलिया-यहां से लिए गए पानी के नमूने में अमोनिया का स्तर ज्यादा पाया गया है और यहां का पानी गंदा एवं दुर्गंधयुक्त मिला जो पीने योग्य नहीं है।
– मदीनानगर गली नंबर 4-यहां भी 94 नंबर की टंकी से जलप्रदाय किया जाता है। यहां का सेम्पल गंदा एवं दुर्गंधयुक्त मिला, जिसे पीने योग्य नहीं माना गया।
– शेरा बेकरी, मदीनानगर-यहंां से भी जो पानी का सैम्पल लिया गया वह दुर्गंध एवं अमोनिया के कारण पीने योग्य नहीं पाया गया।
– डॉ. माजिद, मदीना नगर- यहां भी मिनरल की जांच की गई तो कई गड़बडिय़ां मिलीं, जिसके बाद पानी को पीने योग्य नहीं पाया गया है।
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