नई दिल्ली: हफ्तेभर से ज्यादा बीत चुका है लेकिन दिल्ली का पानी संकट (Delhi’s water crisis) सुलझने का नाम नहीं ले रहा है. कई इलाकों को ड्राई जोन घोषित कर दिया गया है और लोग बूंद-बूंद पानी को मोहताज हैं. बीजेपी और आम आदमी पार्टी (BJP and Aam Aadmi Party) एक दूसरे पर दोषारोपण करने लगे हैं. दिल्ली पुलिस ने पाइपलाइन की निगरानी बढ़ा दी है. दिल्ली पुलिस की टीम वाटर पाइप लाइन की लगातार निगरानी कर रही है. जल मंत्री आतिशी ने दिल्ली पुलिस (Delhi Police) से सहयाता मांगी थी. निगरानी बढ़ने का को कहा था और अब पेट्रोलिंग शुरू हो गई है.
इस बीच अब दिल्ली के VIP जोन में भी पानी की किल्लत होने जा रही है. कारण, एनडीएमसी ने लुटियंस जोन इलाके में पानी की कमी को लेकर अलर्ट जारी किया है. एनडीएमसी अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि तिलक मार्ग और बंगाली मार्केट भूमिगत जलाशयों को दिल्ली जल बोर्ड से कम पानी मिल रहा है, इसलिए लुटियंस दिल्ली के कुछ हिस्सों में पानी की आपूर्ति प्रभावित होगी. वजीराबाद बैराज में यमुना नदी का जल स्तर 674.5 फीट होता था, जो 668 फीट तक गिर गया है. पानी की प्रोडक्शन कम होगी तो सप्लाई कम होगी, जिससे लोग परेशान होंगे.
उन्होंने बताया कि दिल्ली जल बोर्ड (डीजेबी) की ओर से सप्लाई पूरी नहीं होने के कारण तिलक मार्ग और बंगाली मार्केट भूमिगत जलाशयों में पानी की आपूर्ति में 40% की कमी आई है. इस कमी का कारण वजीराबाद वॉटर में कम उत्पादन क्षमता है. वजीराबाद वॉटर प्लांट में कच्चे पानी की उपलब्धता में कमी के कारण उत्पादन प्रभावित हुआ है. प्रभावित क्षेत्रों में दिन में एक बार पानी की आपूर्ति की जाएगी. यानी सिर्फ सुबह के समय पानी सप्लाई की जाएगी.
एनडीएमसी ने लोगों सेपानी बचाने की अपील की है. इसमें कहा गया है कि सीमित आपूर्ति के कारण पानी का विवेकपूर्ण उपयोग महत्वपूर्ण है. बरबादी को रोकने के लिए तुरंत लीक को ठीक करें. जल-कुशल तरीकों और पुन: उपयोग रणनीतियों का उपयोग करें. कार धोने जैसे गैर-आवश्यक उद्देश्यों के लिए पीने के पानी का उपयोग करने से बचें. भूजल पुनर्भरण और सूक्ष्म सिंचाई तकनीकों को लागू करें. सुनिश्चित करें कि जल स्रोत प्रदूषण मुक्त हों.
दिल्ली में पानी का प्रोडक्शन यमुना नदी के पानी से होता है. पानी का एक हिस्सा वजीराबाद बैराज में आता है, और दूसरा हिस्सा मुनक नहर से बवाना कांटेक्ट पॉइंट पर आता है. एक तरफ मुनक नहर से पानी कम आ रहा है तो दूसरी तरफ वजीराबाद बैराज में बिल्कुल भी पानी नहीं है. ऐसी स्थिति में दिल्ली में पानी की सप्लाई कम हो रही है. पिछले 5 साल के डेटा के मुताबिक, इस समय में वज़ीराबाद बैराज में यमुना नदी का जल स्तर 674.5 फीट होता था, जो 668 फीट तक गिर गया है. वहीं मुनक नहर से 902, 903, या 905 क्यूसेक पानी ही आ रहा है. जब पानी सोर्स से ही नहीं आएगा तो पानी की प्रोडक्शन कैसे होगी. पानी की प्रोडक्शन कम होगी तो सप्लाई कम होगी जिससे लोग परेशान होंगे.
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