वॉरेन बफे से भी गलतियां होती हैं। अब क्योंकि वह वॉरेन बफे हैं, तो उनकी गलती (Warren Buffett Mistakes) भी छोटी-मोटी नहीं होगी, भले ही खुद वॉरेन बफे को वह कितनी भी छोटी या मामूली लगे। शनिवार को 90 साल के वॉरेन बफे ने अपनी कंपनी बर्कशायर हैथवे (Berkshire Hathaway Inc) के शेयरहोल्डर्स को लिखे पत्र में इस गलती का जिक्र किया। दिग्गजों की यही खासियत होती है कि वह अपनी गलतियां भी स्वीकार करने की हिम्मत रखते हैं और वॉरेन बफे उनमें से ही एक हैं।
क्या है ये गलती? : बर्कशायर हैथवे ने 2016 में एयरक्राफ्ट और इंडस्ट्रियल पार्ट बनाने वाली कंपनी प्रिसिजन कास्टपार्ट्स कॉर्पोरेशन (Precision Castparts Corp) यानी पीसीसी (PCC) को खरीदा था, जो एक बड़ी डील थी। वॉनेर बफे ने माना है कि उन्होंने PCC को खरीदने में बहुत अधिक पैसे खर्च कर दिए। उन्होंने पत्र में साफ लिखा है कि वह भविष्य में और भी गलतियां करेंगे यानी गलतियां होने की आशंका कभी खत्म नहीं हो सकती।
कितने रुपये में खरीदा था पीसीसी को? : वॉरेन बफे ने पीसीसी को 2016 में 32.1 अरब डॉलर में खरीद था। पिछले साल अगस्त में पीसीसी की वैल्यू करीब 9.8 अरब डॉलर यानी करीब 74 हजार करोड़ रुपये कम हो गई, क्योंकि कोरोना वायरस की वजह से हवाई यात्रा में भारी गिरावट आई थी और कंपनी को बड़ा नुकसान हुआ। वॉरेन बफे ने कहा है कि वह पीसीसी से होने वाले मुनाफे का आकलन करने में गलत साबित हुए और उसकी वजह से ही उन्होंने गलत कैल्कुलेशन किया और पीसीसी को बहुत अधिक कीमत में खरीदा।
करीब 40 फीसदी लोगों को निकालना पड़ा नौकरी से : बफे ने लिखा है- उन्होंने एक अच्छी कंपनी खरीदी, जो शानदार बिजनस करती है और वह सौभाग्यशाली हैं कि पीसीसी के चीफ एग्जिक्युटिव मार्क डोनेगन अभी भी इंचार्ज हैं। लेकिन उन्होंने ये भी कहा है कि वह पीसीसी से होने वाले फायदे को लेकर कुछ ज्यादा ही सकारात्मक थे। पीसीसी ने 2020 में करीब 40 फीसदी यानी लगभग 13,400 लोगों को नौकरी से निकाला और अब जाकर कंपनी कुछ मुनाफे में आनी शुरू हुई है।
इससे भी बड़ी गलतियां कर चुके हैं बफे : ऐसा नहीं है कि ये वॉरेन बफे की जिंदगी की पहली गलती है, बल्कि वह पहले भी इससे भी बड़ी गलती कर चुके हैं। वॉरेन बफे मानते हैं कि उन्होंने दो साल पहले क्राफ्ट फूड्स (Kraft Foods) को अधिक कीमत में खरीदा था, जब 2015 में बर्कशायर और प्राइवेट इक्विटी फर्म 3जी कैपिटल ने इसे H.J. Heinz Co के साथ मर्ज किया और एक नई कंपनी Kraft Heinz Co बनी।
1993 में की जिंदगी की सबसे बड़ी गलती : इससे पहले 2008 के एनुअल लेटर में वॉरेन बफे ने कहा था कि उन्होंने 1993 में Dexter Shoe को खरीदा था, जो उनकी जिंदगी की सबसे खराब डील साबित हुई। उन्होंने तो यहां तक कह दिया था कि उन्होंने ऐसा बिजनस खरीद लिया, जिसकी कोई कीमत ही नहीं। उनकी ये गलती और भी बड़ी इसलिए थी क्योंकि उन्होंने ये डील कैश में नहीं की, बल्कि बर्कशायर के शेयर का इस्तेमाल किया, जिसने उनके नुकसान को और अधिक बढ़ाने का काम किया।
सब लालची हो जाएं तो डरो, जब सब डरें तो लालची हो जाओ : कोरोना काल में यूं लगा मानो लोगों ने वॉरेन बफे की इस टिप्स को खूब फॉलो किया। तभी तो, जब अर्थव्यवस्था कोरोना की गिरफ्त में थी और हर कोई डरा हुआ था यहां तक कि एक पल के लिए शेयर बाजार भी डरकर काफी गिर गया, तब निवेशक लालची हो गए। उन्होंने शेयर बाजार में इतना निवेश किया कि अब हर रोज नया रेकॉर्ड बन रहा है। 30 दिसंबर तक डीमैट अकाउंट की संख्या 5,87,90,930 हो गई, जो 2019 की तुलना में करीब 28 फीसदी अधिक थी। या यूं कहें कि सिर्फ 2020 में ही 1.28 करोड़ नए निवेशक जुड़ गए।
भले ही सॉक्स हों या स्टॉक्स, मैं क्वालिटी खरीदता हूं, जब उनके दाम कम होते हैं : वॉरेन बफे सिर्फ क्वालिटी स्टॉक्स ही खरीदने में भरोसा करते हैं, क्योंकि उनका मानना है कि क्वालिटी चाहिए तो दाम चुकाना होगा। साथ ही क्वालिटी स्टॉक्स से शानदार रिटर्न मिलता है। कोरोना काल में वायरस के डर से करीब 180 अच्छे स्टॉक्स में शुरुआती 3 महीनों में ही 50 फीसदी तक की गिरावट देखी गई। वहीं करीब 300 स्टॉक्स में मार्च तक 40 फीसदी तक की गिरावट आ गई। बेहद कम कीमत पर अच्छे स्टॉक्स खरीदने का ये बहुत ही शानदार मौका था, जिसे निवेशकों ने खूब भुनाया।
मौका अचानक ही आता है, तो जब सोने की बारिश हो तो अपनी बाल्टियां निकाल लें : जब मौका मिले तो उसे छोड़ना नहीं चाहिए। एक-दो नहीं, बल्कि सेंसेक्स के करीब 260 शेयर दोगुनी कीमत के हो गए हैं। इस दौरान 52 हफ्तों के न्यूनतम स्तर पर जिन लोगों ने शेयर खरीदे थे, उन्होंने तगड़ा मुनाफा कमाया है। इस लिस्ट में लार्ज कैप से लेकर मिड कैप और स्मॉल कैप शेयर भी शामिल हैं। इंडसइंड बैंक ने 288 फीसदी का रिटर्न दिया, बजाज फाइनेंस 191 फीसदी चढ़ा। इसी तरह टाटा मोटर्स, जेएसडब्ल्यू स्टील, महिंद्रा एंड महिंद्रा, हिंडाल्को और टाटा स्टील जैसे शेयरों ने 150-180 फीसदी का रिटर्न दिया।
अगर आप निवेश नहीं कर रहे हैं तो आप गलती कर रहे हैं : वॉरेन बफे कहते हैं कि समय के साथ-साथ चीजों की कीमत बढ़ती जाती है। महंगाई भी लगातार बढ़ रही है। ऐसे में आज आप कुछ पैसों में जो चीज खरीद सकते हैं, कुछ साल बाद वही चीज उतने ही पैसों में नहीं खरीद सकते हैं। ऐसे में निवेश करना जरूरी है, ताकि आप कम से कम उस महंगाई को मात दे सकें। कोरोना काल में तो निवेश करने वालों ने खूब पैसा कमाया है।
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