रोहतक। भारतीय किसान यूनियन अंबावता के प्रदेश अध्यक्ष अनिल नांदल ने हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल द्वारा आंदोलनरत किसानों पर की गई अभद्र टिप्पणी की कड़े शब्दों में आलोचना करते हुए कृषि मंत्री को इस्तीफा देकर कहीं से भी दोबारा चुनाव लडऩे की चेतावनी दी है। साथ ही प्रदेश की दलाल खाप से भी अपील की है कि वह कृषि मंत्री का सामाजिक बहिष्कार करे।
उन्होंने कहा कि देश का अन्नदाता तीन काले कानूनों को वापिस लेने की मांग को लेकर लगभग तीन महिने से शांतिपूर्ण तरीक्के से आंदोलन कर रहे है, लेकिन प्रदेश के कृषि मंत्री आंदोलन के दौरान शहीद हुए किसानों का मजाक उड़ा रहे है, जोकि अशोभनीय है। अनिल नांदल ने कहा कि किसान अन्न पैदा कर देश का पेट भरता है, लेकिन वहीं प्रदेश के कृषि मंत्री घटिया सोच की मानसिकता रखते किसानों के खिलाफ अभ्रद टिप्पणी कर रहे है, जिसे किसी भी सूरत में बर्दाशत नहीं किया जाएगा। उन्होंने प्रदेश सरकार से भी कृषि मंत्री को तुंरत उनके पद से हटाने की मांग की। उन्होंने कहा कि जब तक सरकार तीन काले कानूनों को वापिस नहीं लेती और एमएसपी पर खरीद गारंटी कानून नहीं बनाती है तब तक किसानों का आंदोलन जारी रहेगा।
उन्होंने कहा कि यह तीन काले कानून केन्द्र सरकार ने केवल पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए बनाए है। यह तीन कृषि कानून हर वर्ग के खिलाफ है। अनिल नांदल ने कहा कि 16 फरवरी को दीनबंधु सर छोटूराम की जयंती पर पूरे प्रदेश में किसान अपनी एकजुटता का परिचय देगे। साथ ही 18 फरवरी को इन काले कानूनों के खिलाफ शांतिपूर्ण तरीक्के से रेलो को रोका जाएगा। उन्होंने बताया कि कृषि कानूनों के खिलाफ गांव, कस्बे, शहरो में बैठके व जनसभाएं की जा रही है और किसान आंदोलन के लिए लोगो को एकजुट किया जा रहा है। साथ ही मकडोली, मदीना, रोहद, डीघल टोल पर किसानों के धरने लगातार जारी है।
अनिल नांदल ने आरोप लगाया कि सरकार द्वारा किसान आंदोलन को झूठे ब्यानबाजी कर लोगों को गुमराह करने का प्रयास किया जा रहा है, जबकि अभी तक सरकार द्वारा संयुक्त किसान मोर्चा के पास वार्ता के लिए कोई विधिवत बुलावा नहीं आया है, जिससे साबित होता है कि केन्द्र सरकार किसानों की मांगों का समाधान को लेकर गंभीर नहीं है। उन्होंने बताया कि रेल रोको अभियान को सफल बनाने के लिए कई टीमों का गठन किया गया है। (एजेंसी, हि.स.)
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