भारत और चीन के बीच मई के महीने से ही पूर्वी लद्दाख में सीमा पर तनाव चरम पर है. पूर्वी लद्दाख में दोनों देशों के सैनिक एक दूसरे के सामने डटे हुए हैं. लेकिन, चीनी सेना की अनुभवहीनता के चलते लद्दाख सेक्टर में ज्यों-ज्यों तापमान नीचे जा रहा है पीएलए की हालत अभी से खराब होने लगी है. चीनी सैनिकों की इन दिक्कतों को वहां सरकार से उपलब्ध खराब गर्म कपड़ों ने और ज्यादा बढ़ा दिया है. चीन की सरकार ने भी उन्हें ऐसे कपड़े उपलब्ध कराए हैं जो 9 हजार फीट की ऊंचाई से ऊपर काम ही नहीं कर सकते हैं. ताइवान टाइम्स के अनुसार, चीन के इन सैनिकों को कपड़े उपलब्ध कराने के लिए स्थानीय स्तर पर वहां के दुकानदारों से खरीद की गई थी. जिसको चीन के मुखपत्र ने इन कपड़ों के वीडियो जारी किए थे और बताया गया था कि ये सर्दियों के लिए विशेष रूप से बनाए गए हैं. अब उसकी पोल खुल रही है.
गौरतलब है कि पूर्व में गर्मी के मौसम में गलवान घाटी और पैंगोंग में भारतीय सेना ने चीनी सेना को पीछे खदेड़ दिया था, जिसके बाद से ये सैनिक अपने क्षेत्र में 12 हजार फीट की ऊंचाई बने हुए हैं. इन्हें इतनी ऊंचाई पर तैनाती का कोई अनुभव नहीं है. जबकि दूसरी तरफ भारतीय सेना लद्दाख में मुस्तैदी से डटी हुई है. यही नहीं चीनी सैनिकों पर नजर रखने के लिए नौसेना ने खास अमेरिकी ड्रोन भी लीज पर हायर किए हैं. इन सबके बीच भले ही चीनी सैनिकों की हालत खराब हो राष्ट्रपति शी चिनफिंग लगातार आदेश जारी कर रहे हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने सशस्त्र बलों को फरमान जारी किया है कि वास्तविक युद्ध स्थितियों में प्रशिक्षण को मजबूत बनाएं और युद्ध जीतने की अपनी क्षमता में बढ़ोतरी करें.
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