बेरूत। इजरायल और हिजबुल्ला के बीच जंग तेज हो गई है। इजरायली हमले का जवाब देते हुए हिजबुल्ला ने भीषण पलटवार किया है। लेबनान के आतंकवादी समूह हिजबुल्ला ने इजरायल के हवाई हमलों के प्रतिशोध में उत्तरी इजरायल में भारी विस्फोटकों से लैस रॉकेट की बौछार कर दी है। इससे इजरायल को भारी नुकसान होने की आशंका है। हिजबुल्ला ने कहा कि उसने एक रात पहले इजरायल के हवाई हमलों के प्रतिशोध में बृहस्पतिवार को पहली बार असैन्य ठिकानों के खिलाफ हथियारों का इस्तेमाल किया है। उसके अनुसार, इजरायल के हवाई हमलों में 9 लोगों की मौत हो गयी, जिनमें कई पराचिकित्सक भी शामिल थे।
स्थानीय मीडिया में कहा गया है कि रॉकेट हमले में किसी भी इजरायली के हताहत होने की खबर नहीं है। इजरायली सेना ने अभी रॉकेट हमले पर कोई टिप्पणी नहीं की है। गाजा में सात अक्टूबर को इजरायल-हमास के बीच युद्ध शुरू होने के बाद से ही यह चिंता बढ़ गयी है कि इजरायल और लेबनान की सीमा पर लगभर हर दिन झड़पों से बड़े पैमाने पर युद्ध शुरू हो सकता है। बुधवार को हवाई और रॉकेट हमलों में 16 लेबनानी और एक इजरायली नागरिक की मौत हो गयी। इजराइली सेना के मुख्य प्रवक्ता रियर एडमिरल डेनियल हेगारी ने बताया कि इजरायल ने पिछले सप्ताह 30 हिजबुल्ला आतंकवादियों को मार गिराया था और हिजबुल्ला के कई ठिकानों को तबाह कर दिया था।
अमेरिका और यूएन हुए चिंतित
इजरायल-हमास के साथ हिजबुल्ला के साथ जंग के दौरान हिंसा में हाल में हुई वृद्धि ने अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र को चिंतित कर दिया है। व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा प्रवक्ता जॉन किर्बी ने पत्रकारों से कहा, ‘‘राष्ट्रपति जो बाइडन और प्रशासन के लिए सीमा पर शांति बहाल करना उच्च प्राथमिकता बनी हुई है।’’ उन्होंने कहा कि अमेरिका घटनाक्रम पर करीबी नजर रख रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘हम लेबनान में युद्ध का समर्थन नहीं करते हैं।’’
हिजबुल्ला ने एक बयान में कहा कि बृहस्पतिवार शाम को इजरायल के गोरेन और श्लोमी गांव में कई रॉकेट दागे गए। लेबनान के सरकारी मीडिया ने बताया कि बुधवार को हुए हमले में मारे गए लोगों में 10 पराचिकित्सक भी शामिल हैं। इजरायली सेना ने कहा कि उसने हिजबुल्ला तथा उससे संबद्ध एक सुन्नी मुस्लिम समूह को निशाना बनाया है। दक्षिणी लेबनान में संयुक्त राष्ट्र शांति रक्षा बल ने कहा कि इस हिंसा को तुरंत रोकना जरूरी है।
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