जेरुसलम (Jerusalem)। इजरायल (Israel) और हमास (Hamas) के बीच लगातार बमबारी हो रही है. एक ओर इजरायली सेना (Israeli army.) ने लड़ाकू विमान (fighter planes) से हमास के ठिकानों पर बमबारी (Bombing of Hamas positions) की तो दूसरी तरफ हमास की ओर से भी ताबड़तोड़ रॉकेटों (Blazing rockets) की बारिश हुई. हालांकि, इजरायल के आयरन डोम ने कई रॉकेटों को आसमान में ही तबाह कर दिया. ये आग, ये धमाके ना जाने अब तक कितनी इमारतों को तबाह कर चुके हैं. इजरायल और हमास के बीच जारी जंग में अब तक 1100 से ज्यादा लोगों की मौत (More than 1100 people have died) हो चुकी है।
हमास के ताबड़तोड़ रॉकेट हमलों के बाद इजरायल का ऐक्शन भी जारी है। खबर है कि इजरायल की सेना ने हमास के खिलाफ भी अब हमले तेज करने की तैयारी कर ली है। इधर, इजरायल को अमेरिका राष्ट्रपति जो बाइडेन का भी साथ मिल गया है। आंकड़े बता रहे हैं कि इस संघर्ष में अब तक 600 से ज्यादा इजरायली नागरिक और हमास में 500 जान गंवा चुके हैं।
आतंवाद के खिलाफ लड़ाई में विजयी होंगे हमः इजरायल
संयुक्त राष्ट्र में इज़राइल के स्थायी प्रतिनिधि गिलाद एर्दान ने कहा कि इजरायल को स्वयं की रक्षा के लिए दृढ़ता प्रदान की जानी चाहिए। विश्व के अन्य देशों से मदद चाहिए। इजरायल निर्दोषों को निशाना बनाने वाले आतंकवादी समूह और इजरायल के लोकतांत्रिक राज्य के बीच किसी भी झूठी अनैतिक तुलना को स्वीकार नहीं करेगा। इजरायल हमास पर भारी कीमत वसूल करेगा ताकि जो हमने देखा वह कभी दोबारा न हो। हमने अतीत में कठिनाइयों का सामना किया है। हमने हमेशा अपनी चुनौतियों पर विजय पाई है और आज भी इससे कुछ अलग नहीं होगा। इजराइल जवाबी हमला करेगा और इजराइल विजयी होगा।
अब हमास के खात्मे का वक्तः इजरायल
संयुक्त राष्ट्र में इज़रायल के स्थायी प्रतिनिधि गिलाद एर्दान ने कहा कि आर्थिक प्रोत्साहन नरसंहार विचारधारा को नहीं बदल सकते। अब वक्त आ चुका है कि हमास के आतंकी ढांचे को पूरी तरह से नष्ट कर दें ताकि ऐसी भयावहता फिर कभी न हो। अंतरराष्ट्रीय समुदाय को इजरायल को अपना पूरा समर्थन देना चाहिए। आज इजरायल पर हमला हुआ है, कल कहीं और भी हो सकता है। इज़रायल आतंक के ख़िलाफ़ युद्ध में सबसे आगे है, और अगर हम सफल नहीं हुए, तो पूरी दुनिया को इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी। हमास के युद्ध अपराधों की स्पष्ट रूप से निंदा की जानी चाहिए। इस अकल्पनीय अत्याचार की निंदा की जानी चाहिए।
क्या है इजरायल-फिलिस्तीन विवाद?
मध्य-पूर्व के इस इलाके में यह संघर्ष 100 वर्षों से चला आ रहा है। यहां वेस्ट बैंक, गाजा पट्टी और गोलन हाइट्स जैसे इलाकों पर विवाद है। फलस्तीन इन इलाकों समेत पूर्वी येरुशलम पर हक जताता है। वहीं, इजरायल येरुशलम से अपना दावा छोड़ने को राजी नहीं है। इजरायल और मिस्र के बीच में गाजा पट्टी है। इस पर फिलहाल हमास का कब्जा है। यह इजरायल विरोधी समूह है।
सितंबर, 2005 में इजरायल ने गाजा पट्टी से अपनी सेना वापस बुला ली थी। 2007 में उसने इस इलाके पर कई प्रतिबंध लगा दिए। उधर, फलस्तीन का कहना है कि वेस्ट बैंक और गाजा पट्टी में स्वतंत्र फलस्तीन राष्ट्र की स्थापना हो।
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