नई दिल्ली: अफगानिस्तान और पाकिस्तान (Afghanistan and Pakistan) में मानो जंग छिड़ गई है. यहां तालिबान आर्मी और पाकिस्तानी सेना (Pakistani Army) सीमा पर आमने सामने है. तालिबान की जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान के 19 सैनिकों की मौत हो गई है, और तीन आम नागरिक भी मारे गए हैं. अफगानी मीडिया ने शनिवार को यह जानकारी दी. टकराव अफगानिस्तान के पूर्वी खोस्त और पक्तिया प्रांतों में हो रहा है, जो पाकिस्तान की सीमा से सटे हैं.
बताया जा रहा है कि, अफगान सीमा बलों ने खोस्त प्रांत के अली शिर जिले में कई पाकिस्तानी सैन्य चौकियों को आग के हवाले कर दिया और पक्तिया प्रांत के डंड-ए-पतन जिले में दो पाकिस्तानी चौकियों पर कब्जा कर लिया. स्थानीय मीडिया ने सूत्र के हवाले से बताया कि पाकिस्तानी सैनिकों द्वारा डंड-ए-पतन जिले में दागे गए मोर्टार शेल की वजह से तीन अफगान नागरिकों की मौत हो गई.
यह टकराव मंगलवार की रात पक्तिका प्रांत में पाकिस्तान के हवाई हमलों के बाद हुआ, जिसमें कमोबेश 51 लोग मारे गए थे, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे. मसलन, पाकिस्तान सेना का कहना है कि अफगानिस्तान की जमीन से पाकिस्तान में आतंकी हमले किए जाते हैं और तालिबान से इसे काबू करने की अपील की गई थी.
पाकिस्तान लगातार आरोप लगाता रहा है कि अफगानिस्तान में तालिबान के सत्ता संभालने के बाद पाकिस्तान में आतंकी हमले बढ़ गए हैं. पाकिस्तान सरकार का मानना है इस वजह से टीटीपी को मजबूती मिली है. TTP, पाकिस्तान में एक इस्लामी अमीरात स्थापित करना चाहता है, जैसे उसके साथी संगठन ने काबुल में किया है.
इस्लामाबाद स्थित सेंटर फॉर रिसर्च एंड सिक्योरिटी स्टडीज की एक रिपोर्ट में पाकिस्तान में 2023 में आतंकवादी हमलों से मरने वालों की संख्या में 2022 की तुलना में 56 फीसदी बढ़ गई, जिसमें 1,500 से ज्यादा लोग मारे गए, जिनमें 500 सुरक्षा कर्मी शामिल थे. इस्लामाबाद द्वारा काबुल शासन पर सीमापार आतंकवाद का आरोप लगाने के बाद अफगान तालिबान और पाकिस्तान की सरकार के बीच संबंध और भी तनावपूर्ण हो गए हैं.
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