कोरोना के कारण वेटिंग लिस्ट के यात्रियों को नहीं बैठाते हैं ट्रेन में
इन्दौर। कल इन्दौर से पटना एक्सप्रेस रवाना हुई, लेकिन वेटिंग टिकट के चलते कई यात्री छठ पूजा मनाने अपने गांव नहीं लौट सके। दरअसल कोरोना के कारण रेलवे उन यात्रियों को ट्रेन में नहीं बेठने देता है जिनका टिकट वेटिंग लिस्ट में हैं।
कोरोना के कारण अभी इन्दौर और प्रदेश के अन्य शहरों से ट्रेनों का संचालन सीमित संख्या में किया जा रहा है, ताकि स्टेशनों और ट्रेनों पर भीड़ न हो और यात्री सोशल डिस्टेंसिंग से रहे। यात्री एक-दूसरे से संपर्क में न रहे इसलिए सामान्य कोच में भी यात्रियों को नहीं बिठाया जा रहा है। सामान्य कोच में सीट नंबर बांटकर आरक्षण करवाया जा रहा है और उसी के आधार पर यात्रियों को सीटें आवंटित की जाती है ताकि यात्री दूर-दूर बैठे। इसके पहले स्टेशन पर यात्रियों की थर्मल स्कैनिंग भी की जा रही है। कल दोपहर इन्दौर से रवाना हुई पटना एक्सप्रेस से पूर्वोत्तरवासी छठपूजा के लिए अपने-अपने गांव रवाना हुए। हालांकि अधिकांश यात्री वेटिंग लिस्ट में थे तो उन्हें ट्रेन में नहीं बैठने दिया गया। स्लीपर कोच में करीब 80 से 90 यात्री वेटिंग लिस्ट में थे, जो अपन गांव नहीं जा पाए। अब वे कल बुधवार को जाने वाली ट्रेन में अपना आरक्षण करवा रहे हैं, लेकिन इस ट्रेन में भी वेटिंग लिस्ट लंबी होती जा रही है। इसके साथ-साथ दिल्ली इंटरसिटी एक्सप्रेस में भी यात्रियों की संख्या बढ़ रही है और वेटिंग लिस्ट लंबी होती जा रही है। इसके अलावा अन्य ट्रेनों में अब यात्रियों की संख्या घटने लगी है। अब इन्दौर आने वाली ट्रेनों में ही वेटिंग देखने को मिल रही है, जबकि मुंबई और पुणे एक्सप्रेस में लौटने वालों की संख्या ज्यादा है।
दक्षिण भारत से नहीं जुड़ पाया इन्दौर
इन्दौर से दक्षिण भारत के लिए अभी रेल कनेक्शन उपलब्ध नहीं है। कोरोना के पहले इन्दौर से यशवंतपुर, कोचूवेली, त्रिवेन्द्रम के लिए ट्रेन चलती थी, लेकिन इनमें से अभी तक एक भी नहीं शुरू हो पाई है, जिसको शुरू करने की लगातार डिमांड आ रही है। वहीं जयपुर के लिए जोधपुर, उदयपुर और अजमेर के लिए भी ट्रेनों की डिमांड की जा रही है जो पहले चला करती थी।
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