इंदौर। इंदौर-उज्जैन मार्ग (Indore-Ujjain Road) की देखरेख मध्यप्रदेश सडक़ निगम के जिम्मे है। पहले यहां निजी एजेंसी टोल (agency toll) वसूल रही थी, जिसे खामियों को देखते हुए हटाया गया और टोल सडक़ निगम (toll road corporation) के हवाले कर दिए गए इस मार्ग पर मरम्मत के लिए टेंडर बुलाए गए थे। एक ही एजेंसी आने के बाद अब कंपनी दोबारा टेंडर लगाएगी।
इंदौर-उज्जैन के 48 किलोमीटर मार्ग को चुस्त-दुरुस्त और सरपट रखने के लिए मध्यप्रदेश सडक़ निगम (Madhya Pradesh Road Corporation) ने मरम्मत के लिए 8 करोड़ रुपए खर्च करने का प्रावधान रखा है। इसके लिए टेंडर बुलाए गए थे, लेकिन एक ही कंपनी ने इसमें रुचि दिखाई। अब सडक़ निगम दूसरी बार टेंडर बुलाएगा। 2 महीने बाद बारिश का दौर शुरू हो जाएगा, इसलिए सडक़ निगम करीब डेढ़ करोड़ रुपए खर्च कर इस मार्ग के गड्ढे एवं सरफेस (Pits and Surfaces) को ठीक करने के लिए खुद ही काम करेगा, ताकि यहां से गुजरने वाले वाहनों को किसी प्रकार की दिक्कत न हो। विभाग के राकेश जैन ने बताया कि जल्द ही मरम्मत का काम शुरू कर दिया जाएगा।
राजस्थान का ट्रैफिक कम टोल वसूली की रफ्तार धीमी
इंदौर-उज्जैन मार्ग पर दो जगह टोल प्लाजा बनाए गए हैं। कुछ महीने पहले जब यहां टोल कंपनी शुल्क वसूल रही थी, तब साढ़े 7 से 8 लाख रुपय रोजाना वाहनों से राशि मिलती थी। राकेश जैन ने बताया कि राजस्थान की ओर से ट्रैफिक का दबाव कम है। उनका कहना है कि झालावाड़ रोड पर निर्माण कार्य जारी रहने व दूसरे मार्ग से आवागमन के कारण इस मार्ग पर टोल वसूली में मामूली कमी आई है। अब रोजाना साढ़े 6 से 7 लाख रुपए ही मिल रहे हैं।
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