जबलपुर। मतदान होने के बाद से ही सभी प्रत्याशियों को परिणामों का इंतजार है। कल मतगणना का दिन है। महापौर सहित पार्षद प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला होगा। प्रत्याशियों को जहां परिणमों का बेसर्बी से इंतजार है, वहीं चुनाव के नतीजों को लेकर चिंता भी बनी हुई है। इस बीच सभी जनता का आशीर्वाद और जीत का दावा भी कर रहे हैं। कल रविवार को होने वाली मतगणना को लेकर आज अग्निबाण संवाददाता ने महापौर कांग्रेस प्रत्याशी जगत बहादुर सिंह अन्नू और भाजपा प्रत्याशी डॉ. जितेन्द्र जामदार से चर्चा की और चुनावी नतीजों के बारे में दोनों प्रत्याशियों से उनकी राय ली।
प्रत्याशियों में नतीजों को लेकर उत्सुकता के साथ चिंता भी
जगत बहादुर सिंह अन्नू
- सवाल: कल नतीजे का दिन, उम्मीदवार का सबसे बड़ा दिन है इस बारे में आप क्या सोचते है?
जबाव: यह दिन तय करेगा कि सेवाओं को कितनी ताकत के साथ हम आगे बढ़ाते हैं। जबलपुर शहर के लिए जो समर्पण के साथ हमने काम किया है। अगर विजय श्री मिलती है तो 100 गुना ताकत के साथ हम शहर के लिए आगे काम करेंगे। - सवाल: संस्कारधानी का इतिहास बताता है कि भाजपा अब तक सबसे मजबूत पार्टी रही है ?
जबाव: यह चुनाव जबलपुर शहर की जनता ने लड़ा है शहर के बदलाव के लिए यह चुनाव लड़ा गया है। और मुझे पूरा विश्वास है कि इस बार जबलपुर शहर ने मुझे अपना आशीर्वाद दिया है। - सवाल: भाजपा संगठन को अपनी शक्ति मानती हैं, आपकी नजर में आपकी शक्ति क्या है?
जबाव: हमारे कांग्रेस के हजारों कार्यकर्ता और हमारे सैकड़ों कांग्रेस के नेता ही हमारी शक्ति है। कांग्रेस की एकजुटता और गैर राजनीतिक को इस बार जनता ने आशीर्वाद दिया है दलगत राजनीति से ऊपर उठकर हमारे कार्यकर्ताओं ने 24 घंटे काम किया है। - सवाल: इस बार के चुनाव में क्या आपको कांग्रेस एकजुटता के साथ दिखी?
जबाव: कांग्रेस हर चुनाव में संगठित होकर लड़ती है। मुझे अपने संगठन के बारे में पता है में जिला संगठन अध्यक्ष के पद पर भी कार्यरत रहा हूं। कांग्रेस का एक-एक और अंतिम छोर तक के कार्यकर्ता अपनी पूरी मेहनत और लगन के साथ काम करता है। हमारे संगठन ने चाहे वह महापौर हो या पार्षद का चुनाव पूरी संगठन ता के साथ काम किया हैं। - सवाल: अगर आपको विजयश्री मिलती है तो आपकी प्राथमिकता क्या होगी?
जबाव: जनता मुझे आशीर्वाद के रूप में विजय श्री देती है तो मैं सबसे पहले मां नर्मदा में मिलने वाले गंदे नालों पर काम करूंगा। उसकी बुनियादी समस्याओं को दूर करूंगा। शहर को इंदौर भोपाल के तर्ज पर विकसित करने का प्रयास करूंगा। मध्यप्रदेश में जो पंचायत चुनाव के परिणाम आए हैं उसमें कांग्रेस का रुझान ज्यादा आया हैं। यह वक्त बदलाव का चल रहा है बदलाव तो हमारी प्रदेश की जनता ने 2018 में ही कर दिया था लेकिन जिस प्रकार से सरकार को नीचे गिरा कर भाजपा ने अपनी सरकार बनाई है उससे जनता नाखुश हैं और आगामी चुनाव पर इसका खामियाजा भारतीय जनता पार्टी को भुगतना होगा। हमारी सरकार आने वाले विधानसभा में पूर्ण बहुमत के साथ आएगी। - सवाल: चुनाव में धर्मपत्नी और बेटे की का क्या भूमिका थी?
जबाव: में और मेरी पत्नी यामिनी सिंह हम दोनों ने मिलकर शहर में अनेकों जन सेवा की हैं। चुनाव में धर्मपत्नी का बहुत बड़ी भूमिका रही है। कोरोना जैसी आपदाओं में हम दोनों ने मिलकर काम किया है। हमारे परिवार की यह सोच रही थी कि जबलपुर को हम लोग विकसित शहर बनाएं। हमारी जन्म भूमि और कर्म भूमि दोनों ही जबलपुर रही है जब तक हमारी सांस है तब तक हम दोनों जबलपुर के लिए काम करते रहेंगे। उन्होनें बताया कि उनका बेटा जयदित्य सिंह भी लगातार जन सेवा कर रहा है और उसका पूरा जीवन जन सेवा में समर्पित है।
डॉक्टर जितेन्द्र जामदार
- सवाल: कल चुनाव परिणामों को लेकर आप क्या सोचते हैं, क्या जनता का अशीर्वाद आपको मिलेगा?
जबाव: मुझे टिकट मां नर्मदा ने दिलवाई है और जिताने की जिम्मेदारी भी मां नर्मदा की है जो भक्त अपना भविष्य परमेश्वर पर समर्पित कर देता है। उसे किसी बात की कोई टेंशन नही होती हैं। मैं बढिय़ा 8 घंटे सो रहा हूं। और प्रतिदिन सौ से डेढ़ सौ मरीजों से मिल रहा हूं और कम से कम 3 से 4 ऑपरेशन कर रहा हूं। मुझे किसी भी प्रकार की कोई टेंशन नहीं है जो परिणाम आएंगे वह जबलपुर के हित में ही आएंगे मुझे जनता का आशीर्वाद मिल चुका है। - सवाल: संस्कारधानी का इतिहास है कि भाजपा हमेशा से मजबूत पार्टी रही है इस बार के चुनाव में आपकी क्या राय है?
जबाव: भारतीय जनता पार्टी का संगठन चुनाव लड़ता है और कांग्रेस का प्रत्याशी चुनाव लड़ता है। यह फर्क है और यह फर्क स्थाई रूप से है। हर चुनाव में होता है। इससे पहले भी हुआ है और इस बार भी हुआ है और हमारी तरफ से पार्टी ने चुनाव लड़ा और उनकी तरफ से पार्टी के प्रत्याशी ने चुनाव लड़ा। - सवाल: वर्षों से आपका परिवार चिकित्सक सेवा में है। महापौर निर्वाचित होते हैं तो चिकित्सा पेशे और महापौर पद की जिम्मेदारी को कैसे मैनेज करेंगे?
जबाव: में सुबह 8बजे से दोपहर के 12बजे तक अस्पताल में समय दूंगा जो आवश्यक है जो। जटिल ऑपरेशन है वह भी करेंगे मरीज भी देखेंगे और 12 बजे के बाद नगर निगम में पूरा समय दूंगा। - सवाल: क्या आपके जीतने के बाद मां नर्मदा का काम धरातल में होंगे?
जबाव: में चुनाव जीतने से पहले से भी नर्मदा जी का काम कर रहा हूं। विगत दिनों नर्मदा स्वच्छता मिशन की बैठक हुई थी। जिसमे 14 डिपार्टमेंट के अधिकारी अधिकारी मौजूद थे। उस पूरे मीटिंग में केवल दो ही व्यक्ति आ शासकीय थे एक में था और एक अन्य व्यक्ति था। हम लोगों ने नर्मदा विकास के लिए रोडमैप तैयार किया था। और उस बैठक में पिछले 5 वर्षों की समीक्षा हुई। कि नर्मदा जी में क्या काम हुए हैं। और 5 वर्षों में कमलनाथ की सरकार में ऐसे कौन से काम थे जो हो नहीं पाए। जीतने के बाद हमारा पहला डिसीजन रहेगा हमारा बनाना एक संगठन बनाना और उस पर काम करके जल प्लावन की समस्या से दूर करके वहां पर क्षेत्रों में राहत का काम करें। इसके बाद शहर में जितने बचे हुए काम है उसको पूर्ण करना। आगे का हमारा तीसरा काम होगा कि जो मच्छरों के काटने से लोग बीमारी हो रहे हैं। हर गली में कीटनाशक तत्वों का छिड़काव करना और नगर निगम का स्वास्थ्य विभाग को मजबूत करना होगा। और बरसात के 2 महीने केवल वृक्षारोपण करना नर्मदा क्षेत्र के किनारे पर जहां पर वृक्षारोपण की संभावना है वहां पर वृक्षारोपण किया जाएगा। हमने शहर का विकास का रोडमेप में 2047 तक प्लान बना लिया है। - सवाल: पूरे चुनाव में धर्मपत्नी की क्या भूमिका रही?
जबाव: चुनाव में 100प्रतिशत भूमिका मेरी धर्म पत्नी डॉक्टर शिरीष जामदार की रही है। साथ ही बेटा जन्मजेस और बहु अनुश्रि जामदार ने भी हर पल सहयोग किया है। चुनाव के दौरान मेरा परिवार का दायरा बढ़ गया है। अभी तक मेरा परिवार 20 लोगों पर था। लेकिन अब मेरा परिवार पूरा शहर हो गया है। शहर की जनता मेरे परिवार का एक हिस्सा है। एक-एक बालक मेरा बेटा है शहर के एक एक पिता मेरे पिता है और शहर की एक-एक माता मेरी माता है। - सवाल: अगर आप की पराजय होती है तो शहर के लिए आप क्या काम करेंगे?
जबाव: हार और जीत, सुख और दुख मान अपमान लगा रहता है। शहर की जनता जो भी मुझे जनादेश देगी मैं उसे स्वीकार कर लूंगा और लगातार में शहर की बुनियादी मूलभूत सुविधाओं के लिए संघर्ष करते रहूंगा।