चंडीगढ़ । पंजाब में 5 नगर निगमों और 44 नगर परिषदों के लिए (For 5 Municipal Corporations and 44 Municipal Councils in Punjab) आज कड़ी सुरक्षा में मतदान हुआ (Voting took place today under Tight Security) । जालंधर, लुधियाना, अमृतसर, पटियाला और फगवाड़ा में नगर निगमों के चुनावों के लिए वोट डाले गए । इसके साथ ही 44 नगर परिषदों में भी मतदान हुआ ।
पंजाब के नगर निगमों के 368 वार्डों और नगर परिषदों के 598 वार्डों में कुल 1609 मतदान केंद्र बनाए गए थे, जिनमें 3809 मतदान स्थल थे । वोटिंग समाप्त होते ही मतगणना शुरू कर दी गई और परिणाम घोषित किए जाएंगे। इन चुनावों में जहां कांग्रेस के 4 मेयर थे, वहीं एक बीजेपी का मेयर था, लेकिन अब दो कांग्रेस के मेयर आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए हैं, और एक कांग्रेस का मेयर बीजेपी में शामिल हो गया है।
मतदान के दौरान सुरक्षा व्यवस्था के लिए 21,500 पुलिस और होम गार्ड के जवानों को तैनात किया गया । इसके अलावा, प्रत्येक मतदान केंद्र की वीडियोग्राफी की गई, ताकि किसी भी गड़बड़ी को रोका जा सके। मतदान और मतगणना के लिए 23,000 कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई, जिनमें मतदान अधिकारी और रिटर्निंग ऑफिसर शामिल हैं।
बीजेपी की ओर से पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट में याचिका दायर की गई थी, जिसमें पंचायत चुनावों के दौरान गुंडागर्दी की आशंका जताई गई थी । कोर्ट ने चुनाव आयोग को निर्देश दिए थे कि मतदान प्रक्रिया की वीडियोग्राफी कराई जाए। इसके अलावा, नामांकन के दौरान उत्पीड़न के वीडियो भी कोर्ट में प्रस्तुत किए गए थे।
चुनाव प्रक्रिया की पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए इस बार कड़े सुरक्षा उपाय किए गए और हर गतिविधि की निगरानी रखी गई । इसे देखते हुए चुनाव आयोग ने विभिन्न स्थानों पर वीडियो रिकॉर्डिंग की प्रक्रिया को अनिवार्य किया, ताकि किसी भी प्रकार के गड़बड़ी से बचा जा सके। इस चुनावी प्रक्रिया को लेकर विरोध और कोर्ट में दायर याचिकाएं चुनाव की निष्पक्षता और पारदर्शिता के लिए अहम भूमिका निभाती हैं। आगामी परिणामों में इन सुरक्षा उपायों और निगरानी के कारण किसी भी विवाद का समाधान होना संभव है।
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