भोपाल: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव (Madhya Pradesh Assembly Elections) के लिए सोमवार (6 नवंबर) से मतदान की शुरुआत हो रही है. यह मतदान प्रक्रिया मध्य प्रदेश के सरकारी अधिकारी-कर्मचारी (government officials-employees), दिव्यांग और बुजुर्गों (disabled and elderly) के लिए है. कुल मिलाकर 17 नवंबर को सामान्य मतदान से पहले ही प्रदेश में 5 लाख से अधिक मतदाता मतदान करेंगे.
बता दें मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए 17 नवंबर को मतदान होना है और तीन दिसंबर को परिणाम आएंगे, लेकिन प्रदेश में सोमवार (6 नवंबर) से वोटिंग करने की प्रक्रिया शुरू हो रही है. प्रदेश में करीब पांच लाख से ज्यादा वोटर्स 17 नवंबर से पहले ही अपना कीमती वोट डालेंगे. मतदान की इस प्रक्रिया को प्रदेश में साढ़े चार लाख कर्मचारी-अधिकारी, 1 लाख 13 हजार से अधिक दिव्यांग और बुजुर्ग के साथ 75 हजार से अधिक सर्विस वोटर शामिल होंगे. जो आम मतदाताओं से पहले ही वोट डालेंगे.
कर्मचारियों और अधिकारियों को मतदान के लिए प्रशिक्षण के दौरान सुविधा केन्द्र पर ही मतदान करना होगा. इसकी शुरुआत सोमवार (6 नवंबर) से होगी. इस बार डाक मत पत्र घर ले जाने की अनुमति नहीं होगी. राजधानी भोपाल सहित प्रदेश भर के सभी जिलों में मतदान कर्मियों का तीन दिवसीय प्रशिक्षण सोमवार (6 नवंबर) से शुरू हो रहा है, जिसमें वे वहीं अपने मताधिकार का उपयोग कर सकेंगे.
निर्वाचन आयोग ने इस बार बुजुर्ग और दिव्यांगों को किसी भी परेशानी से बचाने और उन्हें लोकतंत्र के मेले में शामिल होने के लिए विशेष व्यवस्था की है. इस बार विधानसभा चुनाव में बुजुर्ग और दिव्यांगों श्रेणी के मतदाता घर बैठ ही अपने मतदान के अधिकार इस्तेमाल कर सकेंगे. निर्वाचन कर्मचारी 80 साल से अधिक आयु और 40 फीसदी से अधिक दिव्यांग मतदाताओं से उनके घर जाकर दो से तीन दिन मतदान की प्रक्रिया पूरी करवायेंगे.
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved