मुंबई। महाराष्ट्र विधान परिषद चुनाव के लिए आज मतदान हो रहा है। परिषद की 11 सीटों के लिए मतदान सुबह नौ बजे से शाम चार बजे तक होगा। वहीं वोटों की गिनती शाम पांच बजे से शुरू होगी। इन 11 सीटों पर कुल 12 उम्मीदवार मैदान में हैं। यह चुनाव इस साल के अंत में राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहले हुआ है।
शिवसेना के संजय गायकवाड ने गुप्त मतदान प्रणाली के माध्यम से पहला वोट डाला। वहीं, मुंबई में भारी बारिश के चलते शिवसेना ने मांग की है कि मतदान का समय एक घंटे के लिए बढ़ाया जाए। राज्य की 288 सदस्यीय विधानसभा इन चुनावों के लिए निर्वाचक मंडल है। वर्तमान में इसमें संख्या बल 274 है। भारतीय जनता पार्टी ने चुनाव मैदान में पांच उम्मीदवार उतारे हैं, जबकि महायुति के उसके गठबंधन सहयोगियों शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने दो-दो उम्मीदवार खड़े किए हैं।
कांग्रेस और शिवसेना ने एक-एक उम्मीदवार मैदान में उतारा है, जबकि महा विकास आघाड़ी की उनकी सहयोगी एनसीपी पीजेंट्स एंड वर्कर्स पार्टी के उम्मीदवार का समर्थन कर रही है। एमवीए के पास तीसरे उम्मीदवार को निर्वाचित कराने के लिए पर्याप्त संख्या बल नहीं है, लेकिन वह महायुति के घटक एनसीपी और शिवसेना के कुछ विधायकों पर भरोसा कर रही है कि वे उसके पक्ष में क्रॉस वोटिंग करेंगे।
पिछले कुछ दिनों में, एनसीपी ने दावा किया है कि अजित पवार के नेतृत्व वाले प्रतिद्वंद्वी खेमे के कुछ विधायक लोकसभा चुनावों में एमवीए के बेहतर प्रदर्शन के बाद संभावित वापसी के लिए उनकी पार्टी के संपर्क में हैं। महाराष्ट्र में विधान परिषद चुनाव से पहले कांग्रेस खेमे में अजीबोगरीब स्थिती देखी गई। दरअसल, क्रॉस वोटिंग की चर्चाओं के बीच कांग्रेस ने एक बैठक बुलाई थी। सियासी गलियारों में उस समय हलचल मच गई, जब उसके 37 में से तीन विधायक बैठक से नदारद रहे।
बता दें, जीशान सिद्दीकी, जितेश अंतापुरकर और संजय जगताप गुरुवार रात यहां हुई बैठक में अनुपस्थित रहे। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चह्वाण के करीबी रहे अंतापुरकर कुछ महीने पहले भाजपा में शामिल हुए थे, जबकि जीशान के पिता बाबा सिद्दीकी लोकसभा चुनाव से पहले अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी में शामिल हो गए थे।
संजय जगताप ने बैठक में इसलिए हिस्सा नहीं लिया क्योंकि वह ‘वारी’ में थे। पार्टी ने कहा कि जगताप ने नेतृत्व को अपनी अनुपस्थिति के बारे में पहले ही जानकारी दे दी थी। हालांकि, सुलभा खोडके, जिनके पति अजित पवार के करीबी सहयोगी हैं और हीरामन खोस्कर, जिनके बारे में कहा जाता है कि वे एनसीपी के संपर्क में हैं, ने बैठक में भाग लिया। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता नितिन राउत ने कहा कि उनकी पार्टी आरामदायक स्थिति में है। उन्होंने कहा, ‘यह सत्तारूढ़ गठबंधन है जो डरा हुआ है इसलिए उन्होंने अपने विधायकों को बंधक बनाया है, जो हमने नहीं किया है।’
विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार ने क्रॉस वोटिंग की खबरों की निंदा की। उन्होंने कहा, ‘सत्तारूढ़ गठबंधन के विधायकों की तरह हमारे सभी विधायक अपने घरों में हैं। बीती रात बैठक में 35 विधायक मौजूद थे।’ उन्होंने जोर देकर कहा कि दोनों विधायक कांग्रेस के साथ रहेंगे। उन्होंने कहा, ‘हमने अंतापुरकर और जीशान से संपर्क किया है। अंतापुरकर गलतफहमी के कारण अनुपस्थित थे, क्योंकि वह और उनके दिवंगत पिता अशोक चह्वाण के करीबी थे।’
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