नई दिल्ली (New Delhi) । लोकसभा चुनाव 2024 (lok sabha election 2024) की तैयारी कर रहे नए विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A (Opposition Alliance INDIA) की मंगलवार को पहली परीक्षा होने जा रही है। छह राज्यों की सात विधानसभा सीटों (assembly seats) पर हो रहे उपचुनाव (by-election) के लिए मंगलवार वोट (vote) डालने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा का एकजुट होकर मुकाबला करने के लिए विपक्षी दलों के लिए यह अहम पड़ाव हो सकता है।
विपक्षी गठबंधन उत्तर प्रदेश की घोसी सीट, झारखंड की डुमरी, त्रिपुरा की धनपुर और बॉक्सनगर और उत्तराखंड की बागेश्वर सीट पर संयुक्त रूप से मुकाबला कर रहा है। जबकि पश्चिम बंगाल के धूपगुड़ी और केरल के पुथुपल्ली में गठबंधन के घटक ही एक-दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। इन सीटों पर मतगणना आठ सितंबर को होगी।
घोसी सीट
उत्तर प्रदेश की घोसी सीट समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायक और ओबीसी नेता दारा सिंह चौहान के इस्तीफे के बाद खाली हुई थी। वह सपा छोड़ भाजपा में शामिल हो गए।
सत्तारूढ़ भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) ने चौहान को मैदान में उतारा है जबकि सपा उम्मीदवार सुधाकर सिंह को कांग्रेस और वाम दलों ने समर्थन दिया है। चौहान योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली पिछली भाजपा सरकार में मंत्री थे। उन्होंने 12 जनवरी 2022 को मंत्रिपरिषद से इस्तीफा दे दिया था और सपा में शामिल हो गये थे।
धूपगुड़ी, पश्चिम बंगाल
यहां भाजपा, कांग्रेस के समर्थन के साथ सीपीएम और टीएमसी मैदान में हैं। टीएमसी ने निर्मल चंद्र रॉय को उम्मीदवार बनाया है, जिनके लिए राज्य सरकार में मंत्री फिरहाद हाकिम और सांसद मिमि चक्रवर्ती ने जमकर प्रचार किया। वहीं, भाजपा के टिकट पर तापसी रॉय चुनाव लड़ रही हैं। उनके प्रचार में प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार, शुभेंदु अधिकारी और दिलीप घोष सड़कों पर उतरे।
धनपुर और बॉक्सनगर, त्रिपुरा
सिपाहीजला जिले की धनपुर और बॉक्सनगर सीट पर मुकाबला भाजपा और सीपीएम के बीच है।
पुथुपल्ली, केरल
कांग्रेस के दिग्गज नेता ओमान चंडी के निधन के बाद दक्षिण भारतीय राज्य की इस सीट पर उपचुनाव हो रहे हैं। यहां मुकाबला कांग्रेस की अगुवाई वाले यूडीएफ और एलडीएफ के बीच है। फिलहाल, 140 सीटों वाले केरल में 99 सीटों पर एलडीएफ और 41 पर यूडीएफ काबिज है।
बागेश्वर, उत्तराखंड
उत्तराखंड की बागेश्वर विधानसभा सीट पर मंगलवार को होने वाले उपचुनाव में एक बार फिर मुख्य मुकाबला प्रदेश में चिर परिचित प्रतिद्वंदियों सत्ताधारी भाजपा और विपक्षी कांग्रेस के बीच है।
पुष्कर सिंह धामी मंत्रिमंडल में परिवहन मंत्री पद की जिम्मेदारी निभा रहे भाजपा विधायक चंदन रामदास की बीमारी के कारण अप्रैल में मृत्यु होने से रिक्त हुई सीट पर हो रहे उपचुनाव के लिए कांग्रेस और भाजपा के अलावा तीन अन्य दलों ने भी अपने प्रत्याशी खड़े किए हैं। सत्ताधारी पार्टी ने उनकी पत्नी पार्वती दास को चुनाव मैदान में उतारा है जबकि कांग्रेस ने उनके विरूद्ध बसंत कुमार को टिकट दिया है।
डुमरी, झारखंड
माओवाद प्रभावित डुमरी सीट से प्रतिनिधि चुनने के लिए करीब तीन लाख मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे। इस सीट पर छह प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। डुमरी उपचुनाव में ‘I.N.D.I.A’ गठबंधन की प्रत्याशी बेबी देवी का सीधा मुकाबला NDA प्रत्याशी यशोदा देवी से है।
यह सीट दोनों गठबंधनों के लिए प्रतिष्ठा का विषय बन गई है। राज्य में सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने दावा किया है कि ‘इंडिया’ गठबंधन डुमरी से अपनी जीत की शुरुआत करेगा। वहीं, राजग ने विश्वास जताया कि वह झामुमो से इस सीट को छीनने में सफल होगा। अप्रैल में पूर्व शिक्षा मंत्री और झामुमो विधायक जगरनाथ महतो की मृत्यु के बाद उपचुनाव आवश्यक हो गया था। महतो 2004 से इस सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे थे।
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