नई दिल्ली। वैसे (by the way) तो ज्वालामुखी (Volcano) का विस्फोट (explosion) देखना हमें अच्छा लगता है जबकि उसके आसपास (Nearby) रहने वालों के लिए ये एक विनाशक घटना (catastrophic event) होती है। ऐसे में जब हम अंतरिक्ष के किसी ब्लैक होल में ज्वालामुखी (Volcano) का विस्फोट (explosion) देखते हैं तो यह एक दुर्लभ घटना (rare event) नजर आती है जो किसी तरह अंतरिक्ष विज्ञानियों (astronauts) के सामने आ गई है। हमारी सहयोगी वेबसाइट WION के अनुसार, ब्लैक होल्स (black holes) हमेशा से ही अंतरिक्ष (Space) को जानने के लिए इंटरेस्टिंग सब्जेक्ट (interesting subject) रहा है। यह एक ऐसी संरचना होती है जिसमें पॉवरफुल ग्रेविटी (powerful gravity) होती है जिसमें से प्रकाश भी बाहर नहीं निकल सकता। ब्लैकहोल (blackhole) में ज्वालामुखी विस्फोट (volcanic eruptions) तो होते रहते हैं लेकिन उस इमेज (Image) को साइंटिस्टों ने पहली बार कैप्चर किया है। ये ब्लैक होल सेंटोरस ए के केंद्र में है, जो हमारी अपनी आकाशगंगा की निकटतम रेडियो आकाशगंगा है। ये आकाशगंगा हमसे 1.2 करोड़ प्रकाश वर्ष दूर है।
ब्लैक होल में अभी भी ज्वालामुखी विस्फोट हो रहा है। इसका मतलब है कि आसपास की गैस अभी भी इसके अंदर गिर रही है। जैसे ही ब्लैक होल में गैस जाती है तो वह इसे बाहर निकाल देता है जो प्रकाश की गति से लगभग यात्रा करती है। इससे ‘रेडियो बुलबुले’ बनते हैं। इस विस्फोट और रेडियो तरंगों को पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया में मर्चिसन वाइडफील्ड एरे (MWA) टेलीस्कोप द्वारा पकड़ा गया है। इस ब्लैक होल विस्फोट पर रिसर्च 22 दिसंबर 2021 को नेचर एस्ट्रोनॉमी जर्नल में पब्लिश हुई थी।
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