नई दिल्ली (New Delhi)। ब्रिटेन में कंजर्वेटिव पार्टी(Conservative Party in Britain) के सांसद मार्को लोंघी(Member of Parliament Marco Longhi) पीएम मोदी के खिलाफ(against PM Modi) और ‘कश्मीर की आवाज मैं बनूंगा’ (I will become the voice of Kashmir.)को लेकर जारी अपने ही लेटर पर घिरते(surrounded by letters) नजर आ रहे हैं। अब उनकी जमकर फजीहत हो रही है। उन्होंने चुनाव के बीच एक सार्वजनिक पत्र जारी कर पाक मूल के ब्रिटेनवासियों से अपील की थी, जिस पर विपक्ष ने उन्हें निशाने पर लेना शुरू कर दिया है। अपने पत्र में उन्होंने आह्वान किया कि जो पाकिस्तानी ब्रिटेन में रह रहे हैं, वो चुनाव में उन्हें ही वोट दें क्योंकि संसद में सिर्फ वही हैं, जो कश्मीर के लिए उनकी आवाज बनेंगे। अपने लेटर में सांसद ने पीएम नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा। कहा कि मोदी फिर पीएम बन गए हैं, तो अब आने वाले महीने कश्मीर के लोगों के लिए और कठिन होने वाले हैं।
विपक्षी लेबर दल की उम्मीद, इस बार तख्तापलट करेगी
ब्रिटेन में 4 जुलाई को मतदान होना है और इस बार माना जा रहा है कि ऋषि सुनक के नेतृत्व वाली कंजर्वेटिव पार्टी को चुनाव में अग्निपरीक्षा का सामना करना पड़ सकता है। विपक्षी लेबर दल उम्मीद जता रही है कि वह इस बार तख्तापलट करेगी। चुनाव सिर पर हैं और इस बीच सुनक की पार्टी के सांसद ने ऐसा कर दिया कि उनकी चाल उन पर ही भारी पड़ती दिखाई दे रही है। बकरीद के मौके पर कंजर्वेटिव पार्टी के सांसद मार्को लोंघी ने अपने पत्र में दावा किया कि वह ब्रिटेन की संसद में कश्मीर की आवाज बनेंगे।
पीएम मोदी की आलोचना
अपने लेटर में लोंघी ने लिखा कि कैसे वह कश्मीर के लोगों के प्रति भारत सरकार के “अत्याचारों” के खिलाफ बोलने में सबसे आगे रहे हैं और पूछते हैं, “संसद में कश्मीर के लिए कौन बोलेगा?” पत्र में कहा गया है, “हाल ही में हमने (प्रधानमंत्री नरेंद्र) मोदी की भाजपा को भारत में दोबारा निर्वाचित होते देखा है। इसका मतलब है कि आने वाले महीनों में कश्मीर के लोगों के लिए और भी कठिन समय होगा।” इसमें आगे कहा गया, “नरेंद्र मोदी ने हाल ही में स्पष्ट कर दिया है कि वह कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा देने जा रहे हैं, जिसका मतलब कश्मीरियों के किसी भी संप्रभु अधिकार और उनकी विशेष स्थिति को पूरी तरह से खत्म करना होगा।”
पाक मूल के लोगों को रिझाने में फंस गए सांसद
मार्को लोंघी ने चुनाव से पहले मतदाताओं को रिझाने के लिए चाल चली है। उन्होंने पाकिस्तानी मूल के ब्रिटेनवासियों को लिख पत्र में अपील की कि वे लेबर पार्टी के उम्मीदवार के बजाय उन्हें ही वोट दें। लोंघी ने संकल्प लिया कि वह संसद में कश्मीर के लिए अपनी आवाज और भी अधिक उठाएंगे।
समुदायों को विभाजित करने का शर्मनाक प्रयास
लोंघी अपनी ही चाल में फंसते नजर आ रहे हैं। कंजर्वेटिव पार्टी के नेता पर निशाना साधते हुए, लेबर पार्टी की ओर से राजेश अग्रवाल ने पत्र को “समुदायों को विभाजित करने का शर्मनाक प्रयास” कहा। उन्होंने कहा कि यह मुस्लिम और हिंदू दोनों समुदायों के लिए अपमानजनक है। लीसेस्टर ईस्ट में लेबर संसदीय उम्मीदवार अग्रवाल ने कहा, “लोंघी जिस तरह की राजनीति में लगे हुए हैं, उसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए।” उन्होंने ट्वीट किया, “ऋषि सुनक को पार्टी को पहले देश को तवज्जो देनी चाहिए और लोंघी के चुनावी अभियान को अपना समर्थन वापस ले लेना चाहिए। लोंघी को ब्रिटिश भारतीयों को अलग-थलग करने के प्रयास के लिए माफी मांगनी चाहिए।”
गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर को लेकर भारत अपने रुख पर कायम है। भारत लगातार कहता रहा है कि जम्मू और कश्मीर, लद्दाख के साथ, भारत के अभिन्न और अविभाज्य अंग हैं।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved