नई दिल्ली। साइबर सुरक्षा अनुसंधान फर्म (cyber security research firm) साइबरएक्स 9 (CyberX 9) ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि दूरसंचार ऑपरेटर कंपनी वोडाफोन-आइडिया (वीआई) (Vodafone-Idea (Vi)) के सिस्टम में कमजोरियों की वजह से 20 करोड़ 60 लाख (20.6 मिलियन) पोस्टपेड ग्राहकों के कॉल डाटा रिकॉर्ड लीक (call data record leak) हो गए। रिपोर्ट के अनुसार, इसमें कॉल किए जाने का समय, कॉल की अवधि, जहां से कॉल किया गया, ग्राहक का पूरा नाम, पता एसएमएस विवरण और रोमिंग विवरण जैसे डाटा शामिल थे। हालांकि, वीआई ने इस दावे का खारिज करते हुए कहा है कि कोई डाटा उल्लंघन नहीं हुआ। बिलिंग संचार में अतिसंवेदनशीलता की दिक्कत थी, जिसे ठीक कर लिया गया।
साइबरएक्स9 के संस्थापक और प्रबंध निदेशक हिमांशु पाठक ने बताया कि फर्म ने ई-मेल के जरिये 22 अगस्त को वीआई को पूरे मामले की रिपोर्ट साझा किए थे। इसके बाद 24 अगस्त को कंपनी के एक अधिकारी ने इस अतिसंवेदनशीलता मुद्दे को स्वीकार किया था। हालांकि, बाद में वीआई ने कहा कि रिपोर्ट झूठी और दुर्भावनापूर्ण है।
फर्म ने वीआई के दावे को बेतुका बताया
कंपनी के मुताबिक, सुरक्षा ढांचे को मजबूत करने के लिए नियमित रूप से जांच और ऑडिट करते हैं। इस पर साइबरएक्स 9 ने कहा कि वीआई का यह दावा बेतुका है कि उन्होंने एक फोरेंसिक ऑडिट किया है। इस तरह के विस्तृत ऑडिट में कम से कम कुछ महीने लगेंगे। लेकिन उनके मुताबिक, वह हर महीने ऑडिट करते हैं। यह कैसे संभव है।
पिछले दो साल से हो रहा लीक
साइबरएक्स 9 के मुताबिक, पिछले दो साल से लाखों ग्राहकों के कॉल लॉग और अन्य संवेदनशील डाटा को लीक किया जा रहा है। अभी तक कई आपराधिक हैकरों ने डाटा को चुरा लिया होगा। साइबर सुरक्षा फर्म ने बताया कि रिपोर्ट में सभी कंपनियों के 30 करोड़ 10 लाख (301 मिलियन) लोगों के गोपनीयता का उल्लंघन हुआ है। वहीं वीआई छोड़ने वाले और वीआई में रुचि दिखाने वाले साढ़े पांच करोड़ (55 मिलियन) लोगों का व्यक्तिगत डाटा जोखिम में था।
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