नई दिल्ली । यूक्रेन (Ukraine) के साथ जंग का ऐलान करने के बाद रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) चारों तरफ से घिर गए हैं. जिसके बाद गुस्साए पुतिन ने अब साऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान (Mohammed bin Salman) को चेतावनी दी है. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सऊदी अरब के प्रिंस को वैश्विक ऊर्जा मुद्दों का राजनीतिकरण करने के खिलाफ चेतावनी दी है. दरअसल, राष्ट्रपति पुतिन नहीं चाहते कि इन हालातों में तेलों की कीमतों और प्रोडक्शन में कोई उतार-चढ़ाव आए. राष्ट्रपति पुतिन की चेतावनी के बाद सऊदी अरब और रूस के बीच संबंध बिगड़ने की आशंका जताई जा रही है. दोनों देश पहले एक अच्छे दोस्त माने जाते रहे हैं.
रूसी समाचार एजेंसी TASS ने रूसी राष्ट्रपति भवन क्रेमलिन के हवाले से एक रिपोर्ट प्रकाशित किया है, जिसमें क्रेमलिन की तरफ से कहा गया है कि पश्चिमी देशों द्वारा लगाए गए रूस पर प्रतिबंधों को ध्यान में रखते हुए पुतिन ने वैश्विक ऊर्जा आपूर्ति के मुद्दों का राजनीतिकरण नहीं करने को कहा है. सऊदी राज्य समाचार एजेंसी एसपीए ने कहा है कि क्राउन प्रिंस ने तेल बाजारों की स्थिरता बनाए रखने के लिए रूसी राष्ट्रपति के सामने सऊदी अरब की इच्छा को दोहराया और सऊदी के नेतृत्व वाले ओपेक और उसके रूस के नेतृत्व वाले सहयोगियों के बीच एक समझौते को बनाए रखने के महत्व पर ध्यान देने की बात कही है.
सऊदी अरब को राजनीति से बचने की सलाह
रूस को डर है कि अगर अमेरिका के कहने पर सऊदी अरब प्रोडक्शन बढ़ाता है, तो फिर उसे काफी नुकसान होगा. इसे देखते हुए रूस ने सऊदी अरब को राजनीति से बचने की सलाह दी है. पुतिन की चेतावनी के बीच सऊदी अरब की सरकारी न्यूज एजेंसी ने कहा कि पुतिन से बातचीत के दौरान प्रिंस सलमान ने उन्हें यूक्रेन संकट के दौरान ऊर्जा बाजार पर पड़ने वाले प्रभाव के दौरान तेल बाजार का संतुलन बनाए रखने के लिए सऊदी अरब के समर्थन को दोहराया है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि, सऊदी अरब के लिए पुतिन की चेतावनी को दरकिनार करना काफी मुश्किल है, क्योंकि पुतिन के एक इशारे पर ईरान समर्थन हूती विद्रोही सऊदी अरब को काफी परेशान कर सकते हैं.
प्रिंस सलमान ने रूस को दिया मध्यस्थता का ऑफर
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की चेतावनी को दरकिनार करते हुए सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने रूस को मध्यस्थता का ऑफर दिया है. प्रिंस सलमान ने रूसी राष्ट्रपति से यूक्रेन संकट पर सऊदी अरब का रूख रखा है. प्रिंस ने बताया कि सऊदी अरब उन प्रयासों का समर्थन करता है, जिनसे रूस और यूक्रेन के बीच चल रही लड़ाई का अंत हो सके. आपको बता दें कि अमेरिका और उसके यूरोपीय सहयोगियों ने रूस के खिलाफ कई अत्यंत सख्त आर्थिक प्रतिबंध लगाए हैं. जर्मनी ने भी रूस के साथ नॉर्ड स्ट्रीम 2 प्राकृतिक गैस पाइपलाइन प्रोजेक्ट को भी रद्द कर दिया है, जो रूस के लिए बहुत बड़ा झटका है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि अमेरिका कई महीनों से जर्मनी पर इस प्रोजेक्ट को रद्द करने के लिए प्रेशर बना रहा था और अब जाकर जर्मनी को या तो बहाना मिल गया है, या फिर अमेरिकी दबाव से बचने का सही अवसर.
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