नई दिल्ली। हिंदू पंचांग के अनुसार मागशीर्ष मास (Magashish month) के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को विवाह पंचमी (Vivah Panchami) का पावन पर्व मनाया जाता है। इस साल विवाह पंचमी 28 नवंबर, सोमवार को है। मान्यता है कि इसदिन भगवान राम-सीता का विवाह हुआ था। इसलिए इस दिन को शादी के लिए खास माना जाता है। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार (according to astrologers), जिन लोगों के विवाह में बाधाएं आ रही हो या फिर विलंब हो रहा हो उन्हें विवाह पंचमी के दिन व्रत रखना चाहिए और विधि विधान से भगवान राम और सीता (Lord Rama and Sita) की पूजा करनी चाहिए।
विवाह में आ रही दूर होंगी अड़चनें-
इस दिन भगवान राम और सीता का विवाह (Marriage) सम्पन्न कराना चाहिए। पूजन के दौरान अपने मन में मनोकामना कहनी चाहिए, मान्यता है कि इससे शीघ्र विवाह के योग बनते हैं साथ ही सुयोग्य जीवन (fit life) साथी की प्राप्ति होती है। विवाह में आने वाली सभी अड़चने भी दूर हो जाते हैं। इसके अलावा इस दिन घर में रामचरितमानस का पाठ किया जाए तो घर में सुख-शांति (happiness and peace) आती है।
मनचाहे जीवनसाथी की पूरी होगी मुराद-
अगर कोई लड़का या लड़की प्रेम विवाह (girl love marriage) करना चाहते हैं और शादी में बाधाओं का सामना करना पड़ रहा है तो विवाह पंचमी के दिन माता सीता को 16 श्रृंगार करें। मान्यता है कि ऐसा करने से मनचाहे जीवनसाथी से शादी की मुराद पूरी होती है।
वैवाहिक जीवन होगा सुखद-
वैवाहिक जीवन (married life) में खुशहाली के लिए विवाह पंचमी के दिन पति-पत्नी श्री रामचरितमानस में वर्णित रात-सीता प्रसंग का पाठ करें। मान्यता है कि इस उपाय को करने से पति-पत्नी के बीच की अनबन दूर होती है।
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