विटामिन-K विटामिन्स के उस ग्रुप से आता है, जिन्हें फैट-साल्यूबल विटामिन्स कहा जाता है। यानी ये विटामिन्स हमारे शरीर में स्थित वसा में घुलनशील होते हैं। यही वजह है कि विटामिन-K हमारे ब्लड को गाढ़ा होने से रोकता है। इस कारण हमारा ब्लड फ्लो सही बना रहता है और शरीर में खून का थक्का नहीं जमता यानी ब्लड क्लॉटिंग का खतरा दूर होता है। आइए जानते हैं विटामिन-K हमें किन-किन फूड्स से प्राप्त होता है और हमारे शरीर को और किस तरह से फायदा पहुंचाता है…
कैसे काम करता है विटामिन -K?
हमारे शरीर में कहीं भी चोट लगने पर जब खून निकलने लगता है तो कुछ देर में ही उस जगह पर ब्लड की एक लेयर बनकर सूख जाती है ताकि शरीर से अधिक खून ना बह सके… यह काम ब्लड में मौजूद प्रोथोम्बिन नाम के प्रोटीन के कारण होता है। इस प्रोटीन के निर्माण के लिए शरीर को विटामिन-K की जरूरत होती है। यानी विटामिन-K दो तरह से काम करता। शरीर के अंदर ब्लड को जमने नहींं देता और शरीर के बाहर ब्लड को बहने नहीं देता।
कितनी होती है विटामिन के की जरूरत?
0-6 माह का शिशु- 2 माइक्रोग्राम प्रतिदिन
7 से 12 माह का शिशु- 2.5 माइक्रोग्राम प्रतिदिन
1 से 3 साल के बच्चे- 30 माइक्रोग्राम प्रतिदिन
4 से 8 साल के बच्चे- 55 माइक्रोग्राम प्रतिदिन
9 से 13 साल के बच्चे- 60 माइक्रोग्राम प्रतिदिन
14 से 18 साल के बच्चे- 75 माइक्रोग्राम प्रतिदिन
19 साल से ऊपर के लोग- 90 माइक्रोग्राम प्रतिदिन
वहीं महिलाओं को रोजाना 90 micrograms (mcg) और पुरुषों को 120 mcg विटामिन के की रोजाना जरूरत होती है।
दो तरह के होते हैं विटामिन-K
विटामिन के दो प्रकार के होते हैं, विटामिन के-1 और विटामिन के-2। विटामिन के-1 ऐसा विटामिन है, जो हमें पौधों से प्राप्त होते हैं जैसे- फल, सब्जियों और पत्ती वाले आहार आदि। विटामिन के-2 ऐसा विटामिन है, जो हमें जानवरों से प्राप्त होता है जैसे- दूध और दूध से बने फूड्स आदि। शरीर में विटामिन के की कमी पूरा करने के लिए आपको इन आहारों का सेवन करना चाहिए।
हड्डियों के लिए जरूर विटामिन-K
ऐसा नहीं है कि केवल ब्लड का थक्का जमाने के लिए ही हमारे शरीर को विटामिन-K चाहिए बल्कि हड्डियों की मजबूती के लिए भी इसकी जरूरत होती है। विटामिन -K हड्डियों के मैकेनिज़म को ठीक रखने का काम करता है। जिससे ना तो हड्डियां बहुत सॉफ्ट होती हैं और ना ही कमजोर। ऐसे में फ्रैक्चर होने का डर काफी कम हो जाता है।
सेहत के लिए है वरदान
शरीर में विटामिन-K की कमी बहुत सामान्य समस्या नहीं है। यही इसके साथ खास बात है। बहुत ही रेयर केसेज में शरीर में इसकी कमी होती है लेकिन जब हो जाती है तो किसी ना किसी गंभीर बीमारी का कारण बनती है। इसकी कमी से खून का थक्का जमने का टाइम बहुत अधिक बढ़ जाता है, जो जानलेवा भी साबित हो सकता है।
शरीर नहीं कर पाता उत्पादन
हमारे शरीर के लिए ज्यादातर जरूरी चीजों को प्रड्यूस करने की क्षमता हमारी बॉडी में होती है। लेकिन विटामिन-K की प्राप्ति के बिना हमारा शरीर प्रोथोम्बिन का निर्माण नहीं कर पाता है। जो कि शरीर से निकलने वाले खून की क्लोटिंग के लिए जरूरी है। इसलिए हरी पत्तेदार सब्जियां, दूध, अंडा, ड्राई फ्रूट्स अपनी डाइट में जरूर शामिल करें।
हानिकारक है इसकी कमी
शरीर में इस तत्व की कमी होने से खून बहुत ज्यादा पतला हो जाता है और आप बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं। वहीं चोट लगने या ब्रेन हेमरेज की स्थिति में अधिक खूब बहने का खतरा रहता है। ऐसे में जरूरी है कि आप विटामिन के से भरपूर फूड्स लेते रहें।
ये लोग रखें परहेज
जो लोग खून के पतलेपन के कारण किसी बीमारी या समस्या से जूझ रहे हैं। अगर आप खून पतला करने के दवाइयां खा रहे हैं तो विटामिन के की अधिक मात्रा ना लें। विटामिन के लेने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
विटामिन के से भरपूर फूड्स
विटामिन-K के लिए दही, पालक, कीवी, एवोकाडो, अनार, हरे मटर, नींबू, गाजर, बादाम, चिकन, अंडा, ब्रोकली, शलजम, पत्तागोभी, और चुकंदर अधिक खाएं।
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