इंदौर। इंदौर (Indore) में तीन दिवसीय विश्व हिंदू परिषद (Vishwa Hindu Parishad) की केंद्रीय प्रबंध समिति की बैठक सम्पन्न हुई। इस बैठक में धर्मांतरण, लव जिहाद, गौ हत्या, मंदिरों के सरकारी नियंत्रण से मुक्ति जैसे विषयों पर चर्चा हुई और प्रस्ताव मंजूर हुए। विश्व हिंदू परिषद के अध्यक्ष आलोक कुमार (Alok Kumar) ने कहा कि लव जिहाद को लेकर सात राज्यों में कानून बना है। हमने शेष राज्यों और केंद्र सरकार (central government) से इस बारे में कानून बनाने, संशोधन करने को कहा है।
कुमार ने कहा कि मुसलमानों को जिहाद का अर्थ जो समझाया गया है कि जो मुस्लमान नहीं है, उनका नुकसान करो, उनकी संपति लूट लो। इस विचारधारा का राजनीतिक, सामाजिक स्तर पर सामना करना होगा। यह विचारधारा विश्व व्यापी है। समाज को यह कहना होगा कि जिहाद का ये रूप स्वीकार नहीं होगा। उन्होंने कहा कि यदि हिन्दू समाज पर आक्रमण होगा, तो हम भी आत्मरक्षा के अधिकारों का उपयोग करेंगे। इस कट्टरता से निपटने के लिए समग्र नीति बनाना होगी।
कुमार ने कहा कि पिछले साल 10 हजार लोगों की घर वापसी हुई। इस साल जुलाई से दिसम्बर तक 23 हजार लोगों ने फिर हिन्दू धर्म अपनाया है। कुमार ने कहा कि जिस देश में हिन्दू हैं। वहां विश्व हिंदू परिषद काम करें, यह हमारी कोशिश है। लव जिहाद से जुड़े विषय पर उन्होंने कहा कि हमने अपने कायकर्ताओं को प्रशिक्षण दिया है कि वे किस तरह से लव जिहाद से जुड़े मामलों में थानों में शिकायत कर सकते हैं। समान नागरिकता कानून पर जिन प्रदेशों की सरकारें काम कर रही है, उन्हें परिषद भी सुझाव दे रही है।
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