पटना। बिहार (Bihar) में इस समय वायरल बुखार (viral fever) का कहर जारी है। वायरल (viral fever) मरीजों की भीड़ अस्पताल में उमड़ रही है। रजिस्ट्रेशन से लेकर चिकित्सकों को दिखाने के लिए मरीजों को लंबी कतार लगानी पड़ी। जिन्हें घंटों इंतजार करना पड़ा।
बता दें कि इस समय बिहार के अनेक जिलों में वायरल बुखार के साथ ही मलेरिया और डेंगू भी हाहाकार मचाने लगा है। जिससे लोगों में दहशत बढ़ रही है। बुखार आने पर अब मरीज लापरवाही नहीं बरत रहे। वे इलाज के लिए सरकारी अस्पतालों की दौड़ लगाने लगे हैं। पीड़ित 1270 बच्चे बुधवार को इलाज के लिए विभिन्न अस्पतालों के आउटडोर (बाह्य चिकित्सा कक्ष) में पहुंचे। स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार इनमें से 78 बच्चों को इलाज के लिए अस्पतालों में भर्ती किया गया। वहीं, राज्य में वायरल बुखार से पीड़ित 111 बच्चे स्वस्थ होने के बाद अस्पतालों से डिस्चार्ज किए गए।
हालांकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिया है कि बच्चों में हो रहे वायरल बुखार को लेकर अलर्ट रहें। अस्पतालों में बच्चों के इलाज के लिए पर्याप्त मात्रा में दवा की उपलब्धता सुनिश्चित रखें। साथ ही उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में टीकाकरण अभियान चलाकर इस कार्य को तेजी से पूरा करने के भी अधिकारियों को निर्देश दिए हैं।
बताया जा रहा है कि बुधवार को स्वास्थ्य विभाग के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि राज्य के सभी प्राथमिक चिकित्सा केंद्रों से लेकर मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में वायरल बुखार से पीड़ित बच्चों की गहन चिकित्सा की जा रही है। बच्चों के इलाज को लेकर डॉक्टरों व स्वास्थ्यकर्मियों को पहले ही अलर्ट किया जा चुका है।
अस्पतालों में इलाज के लिए पहुंचे बच्चों की जांच में एक भी कोरोना, चिकनगुनिया, मलेरिया, टायफाइड इत्यादि से ग्रसित नहीं पाया गया। पिछले 24 घंटे में एक भी बच्चे की मौत नहीं हुई। गौरतलब है कि मंगलवार को वायरल बुखार से पीड़ित 830 बच्चे अस्पतालों में पहुंचे थे और इनमें से 113 बच्चों को भर्ती किया गया। जबकि सोमवार को 528 बच्चे आउटडोर में इलाज के लिए पहुंचे थे, जिनमें 100 को अस्पताल में भर्ती किया गया था।
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