डेस्क: जैसे-जैसे सड़कों पर गाड़ियों की संख्या में इजाफा हो रहा है, वैसे ही ट्रैफिक नियम भी सख्त और आधुनिक होते जा रहे हैं. केरल में इसका उदाहरण देखने को मिला है, जहां आम आदमी के अलावा कई विधायकों और सांसदों के भी चालान कट गए. दरअसल ये चालान पुलिस ने नहीं, बल्कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लैस कैमरों ने किए हैं. कैमरों की नजरों से आम आदमी तो क्या वीआईपी भी नहीं बच पाए. केरल की एलडीएफ सरकार की तरफ से ये जानकारी दी गई.
दरअसल केरल में ‘सुरक्षित केरल’ परियोजना के तहत सड़कों पर यातायात उल्लंघन की निगरानी के लिए जगह-जगह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस वाले कैमरे लगाए गए हैं. जो ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों के घरों तक भारी भरकम चालान पहुंचाने का काम कर रहे हैं. सरकार ने इसे अपनी एक बड़ी कामयाबी के तौर पर पेश किया है.
राज्य सरकार ने कहा कि इन कैमरा की मदद से राज्य में सड़क दुर्घटनाओं और उसमें जान गंवाने वाले लोगों की संख्या में कमी आई है. केरल के परिवहन मंत्री एंटनी राजू ने बताया कि लोगों में ऐसी आमधारण रही है कि वीआईपी वाहनों को ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन के लिए जुर्माना भरने से छूट दी जाती है, लेकिन केरल में ऐसा नहीं है. उन्होंने बताया कि ये कैमरा सभी वाहनों को दर्ज करते हैं और इससे फर्क नहीं पड़ता कि वे किस राज्य में रजिस्टर्ड हैं या किस वीआईपी शख्स के हैं. कैमरे की पैनी नजरों में आने वाले सभी वाहनों पर जुर्माना लगाया गया है.
इतने विधायकों और सांसदों का कटा चालान
राज्य के परिवहन मंत्री ने बताया कि इस साल जुलाई में विधायकों की गाड़ियों ने 19 बार और सांसदों के वाहनों ने 10 बार यातायात का उल्लंघन किया, जिन्हें कैमरों ने कैप्चर कर लिया. जिसके बाद सभी के खिलाफ चालान जारी कर दिए गए हैं. उन्होंने बताया कि एक सांसद के वाहन को छह बार यातायात का उल्लंघन करते हुए पकड़ा गया जबकि एक विधायक के चार पहिया वाहन ने सात बार यातायात का उल्लंघन किया. हालांकि इन विधायकों और सांसदों के नाम सार्वजनिक नहीं किए गए.
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