उज्जैन। पिछले तीन माह में 3000 से ज्यादा लोगों पर कुत्तों ने हमला किया हैं। हालात यह है कि अस्पताल में एंटी रेबीज इंजेक्शन का एडवांस स्टॉक बुलाना पड़ा हैं। रात में शहर में निकलना मुश्किल हो रहा है। प्रशासन तो कोई ध्यान देता नहीं।
उल्लेखनीय यह हैं कि उज्जैन में गर्मी बढऩे के साथ कुत्ते अधिक हिंसक हो रहे हैं। जरा सा पास से निकलने पर आक्रामक होकर हमला कर देते हैं। जिला अस्पताल में बीते चार महीनों में तीन हजार से अधिक कुत्ते के काटने के पीडि़तों ने रेबीज का टीका लगवाया। वहीं 27 बंदर के काटने वाले पीडि़त भी रेबीज लगवा चुके हैं। बता दें कि पूरे शहर में सिर्फ जिला अस्पताल में ही कुत्ते, बंदर, बिल्ली, चूहे व अन्य जानवर के काटने पर रेबीज का टीका नि:शुल्क लगाया जाता है। यही कारण है कि सुबह 10 बजे से ही जिला अस्पताल के ओपीडी कक्ष के बाहर पीडि़तों की कतार लग जाती है। राहत की बात यह है कि इस बार जिला अस्पताल में एंटी रैबीज वैक्सीन की किल्लत अभी तक नहीं हुई है। प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक एक जनवरी 2024 से 30 अप्रैल 2024 तक कुल तीन हजार लोगों ने रेबीज का टीका लगवाया है जिसमें 3000 कुत्ते के काटने, 27 बंदर के काटने, 32 बिल्ली के काटने व 15 अन्य पशु के काटने वाले पीडि़त शामिल हैं।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved