कोलकाता: पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिले के पंचला बाजार में शनिवार को प्रदर्शनकारियों के एक समूह ने पत्थरबाजी और हिंसा की. पुलिस ने उपद्रवियों को रोकने की कोशिश की तो उन पर भी पत्थर बरसाए गए. ऐसे में अराजक तत्वों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस बल को आंसू गैस के गोले दागने पड़े. बता दें कि भाजपा की निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा की विवादित टिप्पणी को लेकर देश के अलग-अलग राज्यों में शुक्रवार से विरोध प्रदर्शन देखने को मिल रहा है. इसी क्रम में पश्चिम बंगाल में भी शुक्रवार से अलग-अलग स्थानों पर आगजनी और हिंसा की वारदातें सामने आ रही हैं.
हावड़ा के अधिकार क्षेत्र वाले उलुबेरिया-सब डिवीजन में राष्ट्रीय राजमार्गों, रेलवे स्टेशन और आसपास के इलाकों में सीआरपीसी की धारा 144 को 15 जून तक बढ़ा दिया गया है. गत शुक्रवार को जुम्मे की नमाज के बाद पश्चिम बंगाल के अलावा दिल्ली, उत्तर प्रदेश, झारखंड, तेलंगाना सहित कई राज्यों में प्रदर्शन देखने को मिला है. इस दौरान पुलिस और पत्थरबाजों के बीच जमकर झड़प हुई. झारखंड की राजधानी रांची में हिंसक प्रदर्शन के दौरान 2 लोगों की मौत हो गई. पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिले में शुक्रवार को अराजक तत्वों द्वारा अलग-अलग स्थानों पर सड़कों और रेल पटरियों को बाधित किया गया. राज्य सरकार ने एहतियात के तौर पर हावड़ा जिले में शुक्रवार शाम को इंटरनेट ठप कर दिया था.
ममता बनर्जी पर बीजेपी ने साधा निशाना
वहीं बीजेपी राज्य में कानून-व्यवस्था को लेकर सवाल उठा रही है. भाजपा नेता और पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी का कहना है कि मुख्यमंत्री से राज्य के हालात संभल नहीं रहे हैं. उपद्रवियों से सख्ती से निपटने के बजाए ममता बनर्जी उनसे निवेदन कर रही हैं. उन्होंने कहा कि अगर तृणमूल सरकार राज्य के हालात को नहीं संभाल पा रही तो, केंद्र सरकार को जिम्मेदारी सौंपे. सुवेंदु अधिकारी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से पश्चिम बंगाल में पैरा मिलिट्री उतारने की मांग की है. भाजपा सांसद सौमित्र खान ने भी बंगाल में केंद्रीय सुरक्षा बलों की तैनाती की मांग की है.
ममता बनर्जी ने की थी अपील
दरअसल, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को हावड़ा में भड़की हिंसा और आगजनी के बाद प्रदर्शनकारियों से आम लोगों की सुविधा के लिए पश्चिम बंगाल में सड़कें और रेलवे ट्रैक जाम नहीं करने की अपील की थी. उन्होंने कहा था, ‘मैं आपका दर्द और गुस्सा समझ सकती हूं. लेकिन मैं आपसे हाथ जोड़कर अपील करती हूं कि राज्य में सड़कें और रेलवे ट्रैक जाम कर आंदोलन न करें. अगर मुझे मारकर आपका गुस्सा शांत हो जाता है, तो मैं उसके लिए भी तैयार हूं.’
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