इस्लामाबाद। पाकिस्तान में महिलाओं की स्थिति उनकी अफगान बहनों से भी बदतर है। पिछले सप्ताह विश्व रिपोर्ट 2022 में, ह्यूमन राइट्स वाच (HRW) ने एक खुलासा किया है, जिसमें पाकिस्तान में नागरिक स्वतंत्रता की एक धूमिल तस्वीर स्पष्ट रूप से दिखाई गई है।
रिपोर्ट के अनुसार, बताया गया है कि पाकिस्तान में महिलाओं, धार्मिक अल्पसंख्यकों और ट्रांसजेंडर लोगों को हिंसा, भेदभाव और उत्पीड़न का सामना करना पड़ रहा है। वैश्विक महिला, शांति और सुरक्षा सूचकांक पर 170 देशों की सूची में पाकिस्तान 167वें स्थान पर है। इसे ग्लोबल जेंडर गैप इंडेक्स में 153वें स्थान पर रखा गया था।
ह्यूमन राइट्स वॉच (HRW) ने रिपोर्ट में किया खुलासा
ह्यूमन राइट्स वॉच (HRW) ने अपनी 2022 की रिपोर्ट में कहा है कि पाकिस्तान में महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार – बलात्कार, हत्या, एसिड अटैक, घरेलू हिंसा और जबरन विवाह जैसी प्लेग जैसी समस्या है। एचआरडब्ल्यू ने जबरन विवाह के लिए बहुत कम उम्र की हिंदू और ईसाई लड़कियों के जबरन धर्मांतरण और अपहरण को छोड़ दिया है।
लैंगिक असमानता में पाकिस्तान दूसरा सबसे खराब देश
लैंगिक असमानता के मामले में पाकिस्तान दूसरा सबसे खराब देश है, महिलाओं के खिलाफ हिंसा पर एचआरडब्ल्यू ने यह डेटा दिखाया है। यह असमानता शिक्षा, नौकरी बाजार और यहां तक कि खेल में भी दिखाई देती है।
गौरतलब है कि पाकिस्तान में हर साल करीब पांच लाख बच्चों के साथ दुर्व्यवहार होता है। यह देश के आठवें सबसे बड़े शहर हैदराबाद से प्रकाशित एक प्रमुख दैनिक सिंध एक्सप्रेस की खोज है। इस आंकड़े में रिपोर्ट न किए गए मामले शामिल नहीं हैं जो कई गुना अधिक हो सकते हैं। द न्यूज इंटरनेशनल ने बताया कि पिछले छह महीनों में पाकिस्तान में बाल शोषण के 2,211 मामले दर्ज किए गए। इनमें 1,207 लड़कियां थीं।
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