आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की विनायक चतुर्थी आज, 13 जुलाई को है। चतुर्थी तिथि भगवान श्रीगणेश (Lord Shri Ganesh) को समर्पित होती है। हिंदू पंचांग के अनुसार, हर माह दो चतुर्थी तिथि आती हैं। एक कृष्ण पक्ष और दूसरी शुक्ल पक्ष में। शुक्ल पक्ष में पड़ने वाली चतुर्थी को विनायक चतुर्थी (Vinayaka Chaturthi) कहा जाता है। मान्यता है कि विनायक चतुर्थी के दिन विघ्नहर्ता की विधि-विधान से पूजा करने और व्रत रखने से संकटों से मुक्ति मिलती है। इसके साथ ही बिगड़े काम बनने की भी मान्यता है।
आषाढ़ विनायक चतुर्थी 2021 शुभ योग-
13 जुलाई की सुबह 08 बजकर 24 मिनट तक तृतीया तिथि थी। इसके बाद चतुर्थी तिथि लग गई है। आज दोपहर 02 बजकर 49 मिनट तक सिद्धि योग रहेगा। ज्योतिष के अनुसार, सिद्धि योग में किए गए सभी कार्य सफल होते हैं।
सूर्य व चंद्रमा का समय-
आज सूर्यास्त शाम 06 बजकर 41 मिनट पर होगा, जबकि चंद्रास्त रात 09 बजकर 21 मिनट पर होगा।
विनायक चतुर्थी पूजा विधि–
इस दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान कर लें। इसके बाद घर के मंदिर में सफाई कर दीप प्रज्वलित करें। दीप प्रज्वलित करने के बाद भगवान गणेश का गंगा जल से जलाभिषेक करें। इसके बाद भगवान गणेश को साफ वस्त्र पहनाएं। भगवान गणेश को सिंदूर का तिलक लगाएं और दूर्वा अर्पित करें। भगवान गणेश को दूर्वा अतिप्रिय होता है। जो भी व्यक्ति भगवान गणेश को दूर्वा अर्पित करता है, भगवान गणेश उसकी सभी मनोकामनाओं (wishes) को पूर्ण करते हैं। भगवान गणेश की आरती करें और भोग लगाएं। आप गणेश जी को मोदक, लड्डूओं का भोग लगा सकते हैं। इस पावन दिन भगवान गणेश का अधिक से अधिक ध्यान करें। अगर आप व्रत रख सकते हैं तो इस दिन व्रत रखें।
नोट– उपरोक्त दी गई जानकारी व सूचना सामान्य उद्देश्य के लिए दी गई है। हम इसकी सत्यता की जांच का दावा नही करतें हैं यह जानकारी विभिन्न माध्यमों जैसे ज्योतिषियों, धर्मग्रंथों, पंचाग आदि से ली गई है । इस उपयोग करने वाले की स्वयं की जिम्मेंदारी होगी ।
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