नई दिल्ली (New Delhi)। हिंदू धर्म में किसी भी शुभ या मांगलिक कार्य (auspicious or auspicious work) के सर्वप्रथम भगवान श्रीगणेश की पूजा की जाती है। भगवान श्रीगणेश को विघ्नहर्ता कहा जाता है। कहते हैं कि श्रीगणेश (Shri Ganesh) की पूजा करने से कार्यों में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं। हर महीने की चतुर्थी तिथि भगवान श्रीगणेश (lord shree ganesh) को समर्पित मानी गई है। एक चतुर्थी व्रत कृष्ण पक्ष और दूसरा शुक्ल पक्ष में रखा जाता है। कृष्ण पक्ष के चतुर्थी व्रत को संकष्टी चतुर्थी और शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को विनायक चतुर्थी कहा जाता है।
आज है विनायक चतुर्थी (Vinayak Chaturthi)-
इस महीने का विनायक चतुर्थी व्रत आज यानी 23 मई 2023 यानि आज है। हिंदू पंचांग के अनुसार, आज ज्येष्ठ मास (senior month) के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि है।
विनायक चतुर्थी महत्व-
हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार, विनायक चतुर्थी के दिन भगवान गणेश की पूजा- अर्चना (Worship) करने से मनवांछित फल की प्राप्ति होती है। विनायक चतुर्थी के दिन व्रत रखने से विघ्न दूर हो जाते हैं।
विनायक चतुर्थी मई शुभ मुहूर्त-
प्रारम्भ – 11:18 पी एम, मई 22
समाप्त – 12:57 ए एम, मई 24।
पूजन का शुभ मुहूर्त- 10:56 ए एम से 01:40 पी एम।
इन मुहूर्त में न करें पूजा-पाठ
राहुकाल- 03:44 पी एम से 05:27 पी एम
यमगण्ड- 08:52 ए एम से 10:35 ए एम
गुलिक काल- 12:18 पी एम से 02:01 पी एम
दुर्मुहूर्त- 08:11 ए एम से 09:06 ए एम।
विनायक चतुर्थी पूजा विधि-
इस दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान कर लें।
इसके बाद घर के मंदिर में सफाई कर दीप प्रज्वलित करें।
दीप प्रज्वलित करने के बाद भगवान गणेश का गंगा जल से जलाभिषेक करें।
इसके बाद भगवान गणेश को साफ वस्त्र पहनाएं।
भगवान गणेश को सिंदूर का तिलक लगाएं और दूर्वा अर्पित करें।
भगवान गणेश को दूर्वा अतिप्रिय होता है। जो भी व्यक्ति भगवान गणेश को दूर्वा अर्पित करता है, भगवान गणेश उसकी सभी मनोकामनाओं को पूर्ण करते हैं।
भगवान गणेश की आरती करें और भोग लगाएं। आप गणेश जी को मोदक, लड्डूओं का भोग लगा सकते हैं।
इस पावन दिन भगवान गणेश का अधिक से अधिक ध्यान करें।
अगर आप व्रत रख सकते हैं तो इस दिन व्रत रखें।
नोट– उपरोक्त दी गई जानकारी व सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के आधार पर पेश की गई है हम इन पर किसी भी प्रकार का दावा नहीं करते हैं.
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