नई दिल्ली। हिंदू पंचांग (hindu almanac) के अनुसार प्रत्येक महीने की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को भगवान श्रीगणेश को प्रसन्न करने के लिए विनायकी चतुर्थी (Vinayaki Chaturthi) का व्रत किया जाता है. मार्गशीर्ष माह (margashirsha month) के शुक्ल पक्ष की विनायक वरद चतुर्थी 27 नवंबर 2022 को है.
शास्त्रों के अनुसार बच्चों के बौद्धिक विकास (intellectual development) के लिए गणपति की पूजा (worship of ganpati) उत्तम मानी गई है. मान्यता है कि बुद्धि के दाता गौरी पुत्र गजानन को विनायक चतुर्थी पर कुछ खास चीजें चढ़ाने से बच्चों का मानसिक विकास (mental growth) तेजी से होता है और स्मरण शक्ति में वृद्धि होती है. आइए जानते हैं विनायक चतुर्थी पर गणपति को कैसे करें प्रसन्न.
विनायक चतुर्थी पर किये जाने वाले ये उपाय
विनायक चतुर्थी व्रत के दिन पूजा (Worship) के दौरान शुभ मुहूर्त में गणेश जी को सिंदूर (Vermilion) का तिलक लगाएं. तिलक लगाते समय ये मन्त्र जरूर पढ़े. “सिन्दूरं शोभनं रक्तं सौभाग्यं सुखवर्धनम्। शुभदं कामदं चैव सिन्दूरं प्रतिगृह्यताम्॥“
गणेश पूजन (ganesh worship) के समय भगवान को गेंदे की माला पहनाएं. पूजा खत्म होने के बाद इसे उतार कर घर के मुख्य गेट पर लगायें.
व्रत के दिन गणेश भगवान को हरा वस्त्र अर्पित करें. इन्हें 5-5 लौंग और इलायची चढ़ाएं. लव लाइफ की समस्याएं दूर होंगी और प्रेम बढ़ेगा.
मार्गशीर्ष माह की विनायक चतुर्थी पर बच्चों को गणपति की पूजा में शामिल करें. पूजन में बच्चों से 21 दूर्वा अर्पित कराएं. ध्यान रहे ये दूर्वा कोमल होनी चाहिए. ऐसी दूर्वा को बाल तृणम् कहते हैं, जो सूख जाने पर घास जैसी हो जाती है. गणपति को दूर्वा हमेशा जोड़े में चढ़ानी चाहिए. इससे मनोकामना पूर्ण होती है, जीवन में समृद्धि आती है..
पूजन में मोदक का भोग लगाएं. सभी कार्यों में सफलता प्राप्त होगी.
इस मन्त्र -वक्रतुण्ड महाकाय, सुर्यकोटि समप्रभ:। निर्विघ्नम् कुरु मे देव, सर्वकार्येषु सर्वदा।। का जाप करें हर कार्य सफल होगा. विघ्न बाधा दूर होगी.
नोट– उपरोक्त दी गई जानकारी व सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के लिए हैं हम इसकी जांच का दावा नहीं करते हैं. इन्हें अपनाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें.
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