• img-fluid

    विनय क्वात्रा ने की भूटानी पीएम और विदेश मंत्री से मुलाकात, द्विपक्षीय रिश्ते मजबूत करने पर चर्चा

  • January 30, 2024

    थिम्फू (thimphu) । भारतीय विदेश मंत्रालय (Indian Ministry of External Affairs) के सचिव विनय मोहन क्वात्रा (Secretary Vinay Mohan Kwatra) तीन दिवसीय यात्रा पर भूटान के दौरे (bhutan tours) पर हैं। यात्रा के पहले दिन उन्होंने भूटान के प्रधानमंत्री ल्योनचेन शेरिंग तोबगे से मुलाकात की। दोनों नेताओं ने भारत के घनिष्ठ मित्रता संबंधों की पुष्टि की। क्वात्रा ने ल्योंचेन को रॉयल सरकार और भूटान के लोगों की प्राथमिकताओं के प्रति भारत की प्रतिबद्धता का आश्वासन दिया। प्रधानमंत्री के साथ ही क्वात्रा ने भूटानी विदेश मंत्री ल्योनपो डीएन धुंगयेल से भी मुलाकात की। इस दौरान, दोनों पक्षों ने द्विपक्षीय हितों को मजबूत करने पर जोर दिया। उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में रिश्तों को मजबूत करने के तरीकों पर बात की।


    चीन-भारत सीमा विवाद के नजरिए से भी महत्वपूर्ण यह यात्रा
    बता दें, भूटान में पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के नेता त्सेरिंग टोबगे के नेतृत्व में नई सरकार के गठन के बाद भारत की ओर यह पहली उच्च स्तरीय यात्रा है। क्वात्रा की यह यात्रा ऐसे समय में हो रही है, जब चीन और भूटान अपने पुराने सीमा विवाद के त्वरित समाधान के लिए प्रयासरत हैं और उसका भारत के सुरक्षा हितों पर प्रभाव हो सकता है।

    भूटान में क्वात्रा का जोरदार स्वागत
    इससे पहले, भारतीय दूतावास ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था कि विदेश सचिव का पारो पहुंचने पर भूटान के विदेश सचिव ओम पेमा चोडेन ने गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। विदेश मंत्रालय ने कहा कि विदेश सचिव 29 जनवरी से 31 जनवरी तक के लिए भूटान की सरकारी यात्रा पर गए हैं। उसने एक संक्षिप्त बयान में कहा, विदेश सचिव क्वात्रा (भूटान के) राजा से मुलाकात करेंगे। वह भूटान के प्रधानमंत्री, विदेश मंत्री, विदेश सचिव एवं राजशाही सरकार के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से भी भेंट करेंगे। उसने कहा, यह यात्रा भूटान और भारत के बीच नियमित रूप से होने वाले उच्च स्तरीय आदान-प्रदान की परंपरा के तहत हो रही है।

    Share:

    ज्ञानवापी मामला, उत्‍तर-दक्षिण विभाजन को लेकर खारिज करती ASI रिपोर्ट

    Tue Jan 30 , 2024
    नई दिल्ली (New Delhi)! अयोध्या में रामलला (Ramlala in Ayodhya) अपने घर विराज चुके हैं। इसके पीछे है 500 सालों का संघर्ष और बलिदान जो बताता है कि अयोध्यापति इतनी आसानी से अपनी नगरी को नहीं लौटे। अपने राम के लिए लड़ाई लड़ने वाले हिंदू समाज ने अदालतों में लड़ाई लड़ी। जिला अदालत से इलाहाबाद […]
    सम्बंधित ख़बरें
  • खरी-खरी
    शनिवार का राशिफल
    मनोरंजन
    अभी-अभी
    Archives
  • ©2024 Agnibaan , All Rights Reserved