नई दिल्ली। अपने बयान को लेकर अक्सर चर्चा में रहने वाले यति नरसिंहानंद गिरी (Yati Narasimha Nand Giri) का एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें वह कहते नजर आ रहे हैं कि ‘अगर पुलिस बीच से हट जाए तो ये 15 मिनट का टाइम मांगने वाला जीवित नहीं बचेगा। मैंने अपना परिवार और घर केवल सनातन पर मिटने के लिए छोड़ा था। मुझे आज भी अपने परिवार का बड़ा मोह है। स्वामी जी (Kalicharan Maharaj) मैं अपने आप को संन्यासी नहीं मानता।’
वायरल वीडियो में यति नरसिंहानंद गिरी आगे कहते नजर आ रहे हैं, ‘जूना अखाड़े के हमारी संरक्षक, हमारे गुरु, स्वामी हरिगिरी जी महाराज ने हमें महामंडलेश्वर बनाया। यह स्वामी जी, मां और महादेव की कृपा है। फिर भी मैं खुद को संन्यासी नहीं मानता। परशुराम की वंशावली में मेरा जन्म हुआ। स्वामी जी मैं अकेला… यदि एकबार ये पुलिसवाले और प्रशासन हट जाएं एक भी भाषण देने वाला जीवित नहीं बचेगा।’
यति नरसिंहानंद गिरी ने आगे कहा- आज भी मेरे और इन लोगों के बीच में सुप्रीम कोर्ट, हाईकोर्ट और पुलिस प्रशासन खड़ा हुआ है। हमारे लोगों की हत्याएं… ये लोग (सुप्रीम कोर्ट, हाईकोर्ट और पुलिस प्रशासन) हमारे हाथ बांध देते हैं और इनके हाथ खाली छोड़ देते हैं। दुबई में बैठने वाला डी कंपनी का कुत्ता हो या कोई भी टार्गेट… 100 टार्गेट हों मेरे अकेले के लिए।
यति नरसिंहानंद गिरी ने कहा- मैंने मां से कहा मां जिन पुलिसवालों ने जूना अखाड़े के मुख्यालय में धर्म संसद को रोका उनका सर्वनाश कर। यति नरसिंहानंद गिरी का यह बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। यह बयान 19, 20 या 21 दिसंबर के दौरान का बताया जा रहा है। हालांकि लाइव हिन्दुस्तान उक्त वीडियो के सत्यता की पुष्टि नहीं करता है।
गाजियाबाद के डासना मंदिर के पुजारी यति नरसिंहानंद गिरी ने तीन दिन धर्म संसद का आह्वान किया था। हालांकि प्रशासन ने 19 दिसंबर से शुरू होने वाली धर्म संसद की अनुमति नहीं दी। दरअसल, उत्तराखंड हाईकोर्ट ने शुक्रवार को हरिद्वार के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) को शहर में प्रस्तावित धर्म संसद के मद्देनजर कानून-व्यवस्था कायम रखने के निर्देश दिए थे। हालांकि यति नरसिंहानंद ने शुक्रवार को भैरव घाट पर महायज्ञ किया था।
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