लखनऊ । लखीमपुरखीरी हिंसा मामले (Lakhimpurkhiri Violance Case) में आशीष मिश्रा टेनी को जमानत मिलने (Ashish Mishra Teni’s Bail) के बाद इंसाफ की मांग करते हुए (Demanding Justice) पीड़ित के माता-पिता (Victim’s Parents) एक वीडियो में रोते हुए (Cried) नजर आ रहे हैं। केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा को इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच से जमानत मिल गई है। बता दें कि आशीष मिश्रा को पुलिस ने 9 अक्टूबर को गिरफ्तार किया था।
बता दें कि आशीष मिश्रा को जमानत मिलने को लेकर पीड़ित परिवार खुश नहीं है। हिंसा में जान गंवाने वाले एक मृतक की मां का कहना है कि जमानत नहीं मिलनी चाहिए थी। वीडियो में पीड़ित की मां कहती नजर आ रही है कि सरकार हमारा साथ नहीं देगी। यह कहकर महिला रोने लगती है। महिला ने कहा कि अगर सरकार हमारा साथ देती तो आरोपी को जमानत नहीं मिलती।
महिला ने कहा कि हमारी मांग है कि आरोपी की फांसी हो, वहीं एक मृतक किसान के पिता ने कहा, “इस सरकार से हमें पहले भी कोई उम्मीद नहीं थी। सरकार को ऐसे मामलों में सोच-समझकर जमानत देनी चाहिए। पीड़ित के पिता ने कहा कि अजय मिश्रा टेनी आज भी अपने पद पर बने हुए हैं। हमें इंसाफ की कोई उम्मीद नहीं है।”
बता दें कि गुरुवार को आशीष मिश्रा को इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच से जमानत मिली है। इससे पहले आशीष मिश्रा ने अपनी जमानत के लिए निचली अदालत का रुख किया था, लेकिन वहां उसकी जमानत याचिका खारिज कर दी गई थी। हाईकोर्ट में जमानत याचिका पर सुनवाई के दौरान आशीष मिश्रा के वकील सलिल श्रीवास्तव ने जमानत मिलने का आधार बताते हुए कहा कि गाड़ी आशीष मिश्रा नहीं, बल्कि हरिओम मिश्रा चला रहा था और उसने डिफेंस में गाड़ी चढ़ाई थी।
आशीष के वकील ने बचाव में कहा कि आशीष मिश्रा को ड्राइवर के अपराध के लिए जिम्मेदार कैसे ठहराया जा सकता है? पोस्टमार्टम का जिक्र करते हुए उन्होंने बताया कि रिपोर्ट में लखीमपुर हिंसा में किसी भी किसान की मौत गोली लगने से नहीं हुई है। बता दें कि लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में आशीष मिश्रा मुख्य आरोपी है। इस हिंसा में कुल 8 लोगों की जान गई थी, जिसमें 4 किसान थे।
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