भोपाल। मध्य प्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव (Urban body elections in Madhya Pradesh) को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां (political activities) तेज हो गई हैं। प्रदेश के 16 नगर निगमों के चुनाव के लिए शनिवार, 11 जून को अधिसूचना जारी होगी और इसके साथ ही नामांकन की प्रक्रिया भी शुरू हो जाएगी। दोनों ही प्रमुख दलों भाजपा और कांग्रेस के लिए महापौर प्रत्याशियों का चयन गले की फांस बन गया है। दावेदारों की जबरदस्त संख्या को देखते हुए भाजपा ने गुरुवार को होने वाली बैठक टाल दी है, लेकिन कांग्रेस ने दिनभर चली बैठकों के बाद शाम को महापौर पद के 15 उम्मीदवारों के नाम घोषित कर दिए हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने प्रदेश के 16 नगर निगम में से 15 में महापौर पद के प्रत्याशियों की घोषणा की है। उन्होंने गुरुवार देर शाम उम्मीदवारों की सूची जारी की। कमलनाथ ने सभी वरिष्ठ नेताओं से चर्चा करने के बाद सहमति के आधार पर उम्मीदवारों के नाम तय किए। एक-एक निकाय के प्रभारी और स्थानीय विधायकों से फीडबैक लिया। उन्होंने सभी पदाधिकारियों से कहा कि अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव काफी अहम हैं, इसलिए पूरी ताकत से जुट जाएं। पार्टी के प्रत्याशी की जीत सुनिश्चित करने में कोई कसर नहीं रखें।
अब केवल रतलाम नगर निगम शेष बचा है, जिसके महापौर पद के लिए कांग्रेस उम्मीदवार की घोषणा होना बाकी है। बताया जा रहा कि यहां उम्मीदवार फाइनल नहीं हुआ है। यहां भूरिया फेक्टर से पेंच फंस गया है। दरअसल, यहां से महापौर पद के लिए दावेदारी कर रहे दोनों दावेदार पूर्व केन्द्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया के समर्थक है। कांग्रेस के सामने ये दुविधा है कि युवा प्रत्याशी बनाया जाए या फिर अनुभवी को उतारा जाए। यहां से दावेदारी कर रहे राजीव रावत 3 बार के पार्षद हैं और मयंक जाट वर्तमान में जिला युवा कांग्रेस अध्यक्ष है। मयंक जाट पर मारपीट मामले में केस चल रहा है। इस पर जल्द ही फैसला आ सकता है। ऐसे में कांग्रेस ने यहां से नाम को फिलहाल होल्ड कर दिया है। वहीं, युवक कांग्रेस अध्यक्ष विक्रांत भूरिया यहां के अपने कोटे से टिकट दिलाना चाहते है, लेकिन कांग्रेस कानूनी किरकिरी से बचने के लिए फैसला का इंतजार करना चाहती है।
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