गंजबासौदा। विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल द्वारा राष्ट्रपति के नाम प्रशासनिक अधिकारी को एक ज्ञापन सौंपा। जिसमें कहा गया है की आज देश एक विकट परिस्थिति से जूझ रहा है जिसकी ओर हम आपका ध्यान आकर्षित करना चाहत देश में जिहादी तत्व घृणा और आतंक का वातावरण निर्माण कर रहे हैं। कभी सर तन से जुदा गैंग सक्रिय होता है तो कभी लव जिहाद या जिहाद के अन्य प्रकारों से हिंदू समाज को आतंकित करने का षड्यंत्र किया जा रहा है। हिंदू संगठनों उनके कार्यकर्ताओं और हिंदू नेताओं पर हमले कर उनकी हत्या करने की कई घटनाएं सामने आई हैं।
पिछले 2 वर्षों में ही बजरंग दल के 9 कार्यकर्ताओं की हत्या
8 जनवरी 2023 को असम के करीमगंज जिले के लोविरपुरा में बजरंग दल के एक 16 वर्षीय कार्यकर्ता शंभू कैरी की एक जिहादी द्वारा चाकू से गोदकर निर्मम हत्या कर दी गई। पिछले 2 वर्षों में ही बजरंग दल के 9 कार्यकर्ताओं की हत्या हुई है और 32 कार्यकर्ताओं पर हमले हुए हैं। जो घटना अभी दिल्ली में हुई है वह भी चिंता पैदा करती है जिसमें दो हत्यारों ने एक हिंदू की निर्मम हत्या कर दी और उसके 32 टुकड़े करने के बाद कहा कि उसके निशाने पर कई हिंदू नेता भी हैं। आतंक फैलाने के लिए किए गए इन हमलों में दो नई रणनीतियां सामने आ रही हैं। हमलों के लिए नाबालिगों को आगे किया जा रहा है जो बकरों की कुर्बानी और मदरसों की शिक्षा के कारण पहले से ही सूरता और घृणा से कूट-कूट कर भरे होते हैं। कई घटनाओं में उन्होंने हत्या करने वाले बैंकों को भी सुपारी दी है जैसा कि दिल्ली के हत्याकांड से स्पष्ट हुआ है। आपसे विनम्र निवेदन है कि केंद्र सरकार को आग्रह करें कि घृणा फैलाने व झूठे विक्टिम कार्ड खेलकर मुस्लिम समाज को भड़काने वाले मौलवियों व नेताओं पर नियंत्रण करने के लिए एक कठोर कानून बनाएं।
मदरसों का बड़ा योगदान है
हिंसा के लिए प्रेरित करने वाले तत्व विभिन्न नामों से सामने आते रहते हैं। सिम्मी, पीएफआई सिटीजन फोरम आदि के आदि केवल नाम है प्रेरक तत्व जिहादी विचारधारा से है जिस पर रोक लगाने के लिए एक आवश्यक कठोर कानून बनाना चाहिए। इसके लिए आप कृपया केंद्र सरकार को उपयुक्त निर्देश है। घृणा का वातावरण बनाने में मदरसों का बड़ा योगदान है। उन पर नियंत्रण की प्रभावी व्यवस्था बनानी चाहिए यह समय की मांग है। ज्ञापन में वर्तमान सजग व सशक्त केन्द्र सरकार हिंदू समाज को हिंसा और घृणा के इस वातावरण को मुक्त कराने की कृपा करें। ज्ञापन सौंपने वालों में अभिषेक शर्मा, बालचन्द्र कुशवाह, सत्यम दुबे, अतुल ठाकुर, अंकित जैन, रामकृष्ण, नितिन, प्रमेन्द्र रघुवंशी, रितिक नामदेव,नरेश राजपूत, युवराज, सोनू गुर्जर, शिवम मालवीय, वरुण शर्मा, दक्ष भावसार, गोलू, आकाश यादव, प्रदुम सेन सहित अनेक विश्व हिन्दू कार्यकर्ता मौजूद थे।
संगोष्ठी का आयोजन किया गया
विश्व हिंदू परिषद के सामाजिक समरसता विभाग द्वारा सावित्री महिला प्रशिक्षण संस्थान बरेठ रोड पर महिला सामाजिक समरता संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में उपस्थित महिलाओं ने समरसता पर अपे अपने विचार रखे। उक्त कार्यक्रम के मुख्य वक्ता विहिप केंद्रीय सह मंत्री राजेश तिवारी ने कहा कि विश्व हिंदू परिषद ने अपनी स्थापना के साथ ही सामाजिक एकता और भेदभाव रहित समाज की स्थापना पर बल दिया सभी के लिये एक देवस्थान, एक जल स्त्रोत और मरणोपरांत एक श्मशान सुलभ हो इसके लिये प्रयास किया और सामूहिक प्रयास से यह कार्य संभव भी हुआ है हम ये नहीं कहते की आज समाज में भेदभाव नहीं है परंतु हम ये अवश्य कह सकते हैं कि संगठन के प्रयास से छूत अछूत और भेदभाव कम हुआ है। इसे पूर्णत: समाप्त करना है हम उस दिशा में बड़ रहे हैं। प्रांत समरसता प्रमुख सुनील यादव ने स्वयं से समरसता अपनाने की बात कही। नपाध्यक्ष शशि यादव ने कहा की हमारे देश में अनेक जाती, विरादरियां रहती हैं सभी की पूजा पद्यती एक है सब एक ईश्वर का अंश हैं फिर भी ये भेदभाव ठीक नहीं है। जिलाध्यक्ष संदीप नेमा ने कहा कि अगर समरस समाज की स्थापना करना है तो महिलाओं को आगे आना होगा।
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