इंदौर। सब्जियों का स्वाद बढ़ाने वाला टमाटर इन दिनों आम लोगों के लिए खट्टा साबित हो रहा है। सलाद से तो टमाटर बिलकुल गायब हो गया है। महाराष्ट्र से आने वाले टमाटर की मात्रा कम होने के कारण टमाटर के भाव बढ़े हुए हैं, लेकिन अब बेंगलुरु से टमाटर की एक-दो गाडिय़ों की आवक होने लगी है, जिससे आने वाले दिनों में राहत मिल सकती है। आज मंडी में अवकाश है और इसी कारण सब्जियों की गाडिय़ां नहीं आई हैं। बताया जा रहा है कि आज टमाटर खेरची भाव में सवा सौ रुपए किलो तक बिक सकता है। मंडी में कल टमाटर 1800 रुपए प्रति कैरेट तक बिका। इसी के चलते खेरची भाव में यह 100 रुपए प्रतिकिलो तक पहुंच गया है। पिछले एक महीने से टमाटर के भाव में लगातार बढ़ोतरी होती जा रही है। कभी 20 तो कभी 10 रुपए किलो तक आया टमाटर अब 100 रुपए के ऊपर ही बिक रहा है। इसका कारण भारी बारिश के कारण टमाटर की फसलें बर्बाद होना है। इंदौर में अभी महाराष्ट्र की ओर से टमाटर की आवक हो रही है, लेकिन दिल्ली के व्यापारियों द्वारा सीधे ही टमाटर खरीदने से दाम में बढ़ोतरी होती जा रही है।
इंदौर के थोक व्यापारियों का मानना है कि अगर ऐसा ही रहा तो अभी 10 दिन टमाटर और महंगा बिकेगा। हालांकि बेंगलुरु के टमाटर की आवक शुरू हो गई है और अभी सब्जी मंडी में एक से दो गाड़ी टमाटर ही आ रहा है, लेकिन उससे पूर्ति नहीं हो पा रही है। व्यापारी मान रहे हैं कि बेंगलुरु से जैसे ही टमाटर की आवक बढ़ेगी और लोकल टमाटर भी बाजार में आने लगेगा, उससे भाव उतरने लगेंगे।
बारिश में सब्जी के पौधों की हालत खराब
तेज बारिश का दौर शुरू हो गया है। इसके कारण सब्जी के पौधे खराब होने लगे हैं, जिससे मंडी में सब्जियों की आवक कम होगी। वहीं 2 से 3 सप्ताह में सब्जियों की नई आवक शुरु होने की संभावना बनेगी। हालांकि यह बारिश के ऊपर निर्भर करेगा। तेज बारिश सब्जियों के पौधों को नुकसान पहुंचाती है तो आवक में और ज्यादा समय लगेगा, जिससे लोगों को महंगी सब्जी से गुजारा करना होगा। वहीं महंगे टमाटर, आलू-प्याज लोगों को परेशान कर रहे हैं।
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