• img-fluid

    वसुंधरा राजे के निशाने पर केंद्रीय नेतृत्व, पद, कद और मद बयान के क्‍या है सियासी मायने? जानें

  • August 04, 2024

    नई दिल्‍ली (New Delhi)। राजस्थान (Rajasthan)की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे (Former Chief Minister Vasundhara Raje)एक बार फिर बढ़ा बयान (Increased statement)दे गईं है। वसुंधरा राजे ने पद, कद और मद का जिक्र किया है। अब इस बयान के राजनीति मायने (Politics matters)निकाले जा रहे हैं। इस बयान का क्या मतलब हुआ? सियासी जानकारों का कहना है कि बयान से साफ जाहिर है कि वसुंधरा राजे अपनी अनदेखी से दुखी है। उनका दर्द छलका है। दूसरा यह अर्थ निकाला जा रहा है कि वसुंधरा राजे के उम्मीद है कि देर सवेर पार्टी आलाकमान उन्हें एक बार फिर राजस्थान की कमान सौंप सकता है। राजे ने मद का जिक्र कर इशारों में ही अपने सियासी विरोधियों को निशाने पर ले लिया है। हालांकि, राजे ने किसी का नाम नहीं लिया है। लेकिन माना जा रहा है कि राजे के निशाने पर बीजेपी का केंद्रीय नेतृत्व है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि राजस्थान की दो बार मुख्यमंत्रीं और केंद्रीय मंत्री रहने के बावजूद जिस तरह के बीजेपी आलाकमान ने वसुंधरा राजे की अनदेखी की है, उससे साफ जाहिर है कि पार्टी नेतृत्व गंभीर नहीं है। जबकि एमपी के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान के केंद्र में बड़ा पद मिल गया है।


    वसुंधरा राजे ने बीजेपी के नए प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ की ताजपोशी के दौरान साफ कहा-राजनीति का दूसरा नाम है उतार-चढ़ाव। हर व्यक्ति को इस दौर से गुजरना पड़ता है। इसमें व्यक्ति के समक्ष 3 चीजें आती है।पद, मद और क़द। पद और मद स्थाई नहीं होते। लेकिन क़द स्थाई होता है। राजनीति में यदि किसी को पद का मद आ जाए तो फिर उसका क़द कम हो जाता है और आज कल लोगों को पद का मद आ ही जाता है। लेकिन मदन जी को मैं जानती हूँ उनमें पद का मद नहीं आएगा। मेरी नज़र में सबसे बड़ा पद है – जनता की चाहत, जनता का प्यार और जनता का विश्वास। ये ऐसा पद है, जिसको कोई किसी से नहीं छीन सकता।

    ‘पार्टी के भीतर सबको खुश नहीं किया जा सकता’

    पूर्व मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि पार्टी के भीतर सबको खुश नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि संगठन में सबको साथ लेकर चलना मुश्किल काम है और बहुत सारे लोग इसमें विफल रहे हैं। बीजेपी नेता वसुंधरा राजे ने इशारा किया कि राजनीति में किसी को भी अपने पद का घमंड नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा, “यदि किसी को पद का मद आ जाए, तो फिर उसका कद कम हो जाता है। आज कल लोगों को पद का मद आ ही जाता है, लेकिन मदन जी को कभी पद का मद नहीं आएगा।” बीजेपी नेता ने कहा कि उनकी नजर में सबसे बड़ा पद जनता का विश्वास है और ये ऐसा पद है, जिसे कोई भी छीन नहीं सकता है।

    Share:

    Hariyali Amavasya: हरियाली अमावस्या पर करें ये 7 उपाय, महादेव की कृपा से खत्म होगी हर समस्या

    Sun Aug 4 , 2024
    उज्‍जैन (Ujjain)। साल 2024 में भगवान शिव के प्रिय महीने सावन की शुरुआत 22 जुलाई को हुई थी और इसका समापन 19 अगस्त को श्रावण पूर्णिमा (Shravan Purnima) के व्रत और रक्षा बंधन पर्व (Raksha Bandhan festival) से होगा। लेकिन दोनों तिथियों के बीच में आती है अमावस्या। सावन मास की अमावस्या को देश के […]
    सम्बंधित ख़बरें
  • खरी-खरी
    रविवार का राशिफल
    मनोरंजन
    अभी-अभी
    Archives
  • ©2024 Agnibaan , All Rights Reserved