वाराणसी। ज्वाइंट कमिश्नर इंडस्ट्रीज उमेश सिंह ने कहा कि वाराणसी हस्तशिल्प का बहुत बड़ा हब बन गया है। हस्तशिल्पियों और उत्पादकों को उनके उत्पाद को लेकर अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है। उन्होंने कहा कि यूपी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल, उत्तर प्रदेश सरकार, फेडरेशन ऑफ इंडियन चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित जीआई उत्पाद प्रदर्शनी को वोकल फ़ॉर लोकल और आत्मनिर्भर भारत को सार्थक कर रही है।
उन्होंने बताया कि कई उत्पादकों को आर्डर पूरा करने के लिए सामान दोबारा मंगाना पड़ा है। इसके अलावा कई बिजनेस इन्क्वायरी भी जनरेट हुई हैं। जिससे आने वाले समय में उत्पादकों को अपना बाजार बढ़ाने में बड़ी मदद मिलेगी। डिप्टी कमिश्नर वीरेंद्र कुमार ने बताया कि प्रदर्शनी अपने उद्देश्य में पूरी तरह से सफल रही है। उद्योग विभाग हस्तशिल्पियों के कला और उत्पादों में वैल्यू एडिशन के लिए लगातर कई प्रशिक्षण कार्यक्रम भी चला रहा है। इन सभी प्रयासों से निश्चय ही आत्मनिर्भर भारत और आत्मनिर्भर यूपी का उद्देश्य पूरा हो रहा है। राजस्थान प्रदेश कार्य समिति के अध्यक्ष कुमार लखोटिया ने भी प्रदर्शनी का अवलोकन किया। उन्होंने जीआई उत्पादों की इस प्रदर्शनी को पारम्परिक शिल्प कलाकारों और उत्पादकों के लिए मील का पत्थर बताया। उन्होंने कहा कि शिल्प कला, जीवन की चक्की, स्वच्छता अभियान पर बनी कलाकृति उन्हें काफी पसंद आई। आज ही यूपीआईडी चेयरमैन शिप्रा शुक्ला ने भी प्रदर्शनी में लगे स्टॉल्स का अवलोकन किया। (एजेंसी, हि.स.)
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