वाराणसी। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के वाराणसी (Varanasi) में छठ पर्व (Chhath festival) के दिन बड़ा ट्रेन हादसा टल (Major train accident averted) गया है। लोको पायलट की सूझबूझ से दो ट्रेनों की टक्कर बाल-बाल बच गई है। घटना वाराणसी कैंट स्टेशन यार्ड (Varanasi Cantt Station Yard) के बनारस छोर के पास होने से बची है। बिलासपुर-अयोध्या धाम स्पेशल चला रहे लोको पायलट (ड्राइवर) ने अपनी ही लाइन पर स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस को खड़ी देखा तो चौंक गया। स्वतंत्रता सेनानी तक पहुंचने से पहले ही अपनी गाड़ी को रोक लिया। जिस जगह पर स्पेशल ट्रेन रुकी वहां से स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस 50 मीटर से भी कम दूरी पर थी। इसकी सूचना अधिकारियों को दी तो हड़कंप मच गया। एडीआरएम ने जांच के लिए संबंधित विभागों की टीम गठित कर दी है। समित जल्द ही रिपोर्ट देगी। इसके बाद दोषी के खिलाफ कार्रवाईकी बात कही जा रही है।
पिछले कुछ समय में ट्रेनों की टक्कर के कई मामले सामने आए हैं। ऐसा ही मामला गुरुवार को लोक आस्था के पर्व पर वाराणसी में बचा है। वाराणसी जंक्शन और बनारस रेलवे स्टेशन के बीच स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस और त्योहार स्पेशल ट्रेन की टक्कर बची है। बताया जाता है कि नई दिल्ली से जयनगर की तरफ जाने वाली स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस वाराणसी जंक्शन के यार्ड में चेन पुलिंग के कारण फॉलिंग मार्क पर खड़ी हो गई। इससे उसका पिछला हिस्सा क्रासिंग के पार ही रुक गया।
इसी बची प्लेटफार्म नंबर तीन से बिलासपुर-अयोध्या धाम स्पेशल को रवाना कर दिया गया। जब यह ट्रेन वाराणसी जंक्शन के यार्ड के करीब पहुंची तो उसके चालक ने देखा कि आगे उसी लाइन पर स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस का पिछड़ा हिस्सा है। अपनी ही लाइन पर आगे दूसरी ट्रेन को देखकर चालक ने तुरंत ब्रेक लगा दी। रफ्तार कम होने से स्वतंत्रता सेनानी से करीब 50 मीटर पहले अयोध्या धाम स्पेशल रुक गई।
चालक ने इसकी जानकारी अधिकारियों को दी तो एक ही लाइन पर दो ट्रेनों की बात सुनकर वह भी हैरान रह गए। तत्काल अधिकारियों और कर्मचारियों की टीम मौके पर पहुंची। इसके बाद जरूरी प्रक्रिया का पालन करने के बाद दोनों ट्रेनों को रवाना कर दिया गया। मामले की जांच का आदेश भी दे दिया गया है। एडीआरएम ने सम्बंधित विभागों की जांच समिति की गठित कर दी है। यह टीम जल्द ही अपनी रिपोर्ट देगी।
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