वैशाली । बिहार (bihaar) के वैशाली (Vaishali) में एक तेल टैंक में हुए ब्लास्ट में तीन की दर्दनाक मौत हौ गई। गोरौल थाना क्षेत्र के गोढियां चौक पर वेल्डिंग करने के दौरान भारत पेट्रोलियम (Bharat Petroleum) का खाली टैंकर अचानक ब्लास्ट कर गया। हादसे में टैंकर के चालक, उपचालक और वेल्डर की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। एक अन्य व्यक्ति गंभीर रूप से जख्मी है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि घंटा पहले टैंकर का बलास्ट (ballast) होता तो सैकड़ों लोगों की जान जाती, क्योंकि दुर्घटनास्थल से महज 10 मीटर की दूरी पर सब्जी मंडी लगती है। मंडी में सैकड़ों की संख्या में किसान, व्यपारी समेत अन्य लोग रहते हैं। मंडी ब्लास्ट होने से करीब एक घंटे पहले ही समाप्त हुई थी। टैंकर के फटने के बाद आक्रोशिथ लोगों के दौरान जाम किए जाने से एनएच 22 पर दोनों ओर करीब 03-04 किलोमीटर तक वाहनों की लगी लंबी कतार लग गई। एनएच जाम करने वाले आक्रोशित लोग घटनास्थल पर वरीय पदाधिकारी को बुलाने एवं मृतक के परिजन को उचित मुआवजा देने की मांग कर रहे थे।
सड़क के दोनों ओर वाहनों की करीब तीन से चार किलोमीटर लंबी लाइन लगी रही। जाम हटाने के लिए घटनास्थल पर गोरौल पुलिस के अलावा भगवानपुर (Bhagwanpur) और सराय थाना पुलिस घंटों मशक्कत करती रही, लेकिन लोग मृतक के परिजन को मुआवजा राशि (compensation amount) नगद या चेक घटनास्थल पर ही देने की मांग कर रह थे और मुआवजा मिलने के बाद ही जाम हटाने की बात कर रहे थे।
ब्लास्ट की 02 किमी तक पहुंची धमक
बलास्ट इतना जबरदस्त था कि करीब दो किलोमीटर की धरती पर लोगों को ब्लास्ट की धमक समझ में आई। लोगों को कलेजा दहल गया और आसपास के घर-दुकान आदि हिल गए। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार घटना करीब 11 बजे की है। अचानक टैंकर बलास्ट किया और बलास्ट होते ही मैकेनिक वेल्डर करीब 20 फीट ऊपर उड़ गया। ब्लास्ट की आवाज सुनकर एक बच्चा बेहोश हो गया।
इनकी हुई मौत
मृतकों में थाना क्षेत्र के बेलवर गांव निवासी वेल्डिंग दुकानदार वकील सहनी, ट्रेंकर चालक नालंदा के चौकी हुराड़ी गांव के रंजीत यादव और चालक सीवान के अर्जुन कुमार शामिल हैं। जख्मी गोरौल के इस्लामपुर गांव निवासी कौशल कुमार को सदर अस्पताल रेफर किया है। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि वेल्डिंग कराने भारत पेट्रोलियम का खाली टैंकर लेकर चालक एवं खलासी पहुंचे। वेल्डिंग के लिए तीनों टैंकर के ऊपर चढ़ गए और काम शुरू कर दिया। अभी वेल्डिंग का काम चल ही रहा था कि टैंकर में विस्फोट हो गया। चालक, खलासी व वेल्डर करीब 20-30 फुट दूरी पर जाकर गिरे। दीवार से टकराकर नीचे गिरने के कारण दो शव क्षत-विक्षत हो गए।
तीनों शव का सदर अस्पताल में हुआ पोस्टमार्टम
करीब 04 घंटे बाद एसडीपीओ पहुंचीं और लोगों को समझा-बुझाकर शांत कराया एवं मृतक के परिजन को हर संभव सरकारी यथाशीघ्र सहायता दिलाने का भरोसा दिया। इसके बाद लोग सड़क से हटे। पुलिस ने तीनों शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल हाजीपुर भेज दिया। इस दौरान करीब चार से पांच घंटे सड़क जाम रही।
एक साथ तीन मौत से पूरे इलाके में पसरा मातमी सन्नाटा
गोढ़िया चौक पर खाली टैंकर में विस्फोट के दौरान 03 लोगों की मौत से पूरे इलाके में मातमी सन्नाटा छा गया है। मृतक बेलवर गांव निवासी वकील सहनी की पत्नी गीता देवी चीत्कार मारकर रो रही थी। बीच-बीच में कह उठती दो बच्चे की परवरिश अब कौन करेगा।
वकील सहनी सुबह घर से निकले थे बोले थे कि खाना खाने के लिए दोपहर में आऊंगा। मृतक के पिता भी ह्रदय विदारक घटना से काफी मर्माहत हैं। कह रहे थे कि अब बूढ़े कंधों पर ही तीन लोगों की परवरिश का भार आ गया है। मृतक के दो छोटे-छोटे पुत्र ब्रजेश एवं शिवम् हैं। वहीं गाड़ी चालक मृतक रंजीत के वयोवृद्ध पिता सुरेश प्रसाद यादव भी नालन्द से घटनास्थल पर पहुंचे थे। पुत्र के शव को देख अर्ध्यमूर्क्षित हो गए। बोले कि बेटा गाड़ी चलाता था। इसी की कमाई से घर चलता था। यह पहले से ही कष्ट झेल रहा था। उसकी पत्नी की भी आकस्मिक मौत हो चुकी है। हालांकि मृतक को दीपू एवं कौशल नाम का दो पुत्र भी हैं। अब उसका भरण पोषण भी हमारे कंधों पर आ गया है। यह कहते-कहते उनकी आवाज भर्रा जाती है। कंठ अवरुद्ध हो जाता है।
उन्हें चिंता है कि इस बुढ़ापे में इतनी बड़ी जिमेवारी कैसे उठाएंगे। कैसे परिवार जनों का भरण पोषण होगा। हर लोग की आंखें नम थी। सभी लोग उसे ढाढ़स बंधाने में लगे थे।
रास्ता बदलकर निकले कोच बस व छोटे वाहन
गोढियां चौक पर टैंकर विस्फोट के बाद अफरा-तफरी मच गई। स्थानीय लोगों ने सड़क जाम कर दिया। बड़ी गाड़ियां चार घंटे तक जाम में खड़ी रहीं लेकिन छोटी गाड़ियां गांवों की सड़कों से गुजरती रहीं। कोई गोढियां कर्पूरी चौक से अपनी-अपनी गाड़ी ले जा रहा था तो कोई गोढियां मांगनपुर होते हुए गोरौल चौक अपनी गाड़ी निकालकर आगे बढ़ रहा था। बड़ी गाड़ियों में खास कर मुजफ्फरपुर से आने वाले कोच बस, फकुली एवं गोरौल से ही अपना रास्ता बदल कर चले जा रहे थे। हाजीपुर से मुजफ्फरपुर के लिये जाने वाली कोच बस भगवानपुर एवं गोढियां पुल के पहले से ही रास्ता बदल कर जा रहे थे। इस घटना के बाद एनएच 22 से यात्रा करने वाले लोगों को बुधवार को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved