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    राजस्‍थान की लाल डायरी में नये खुलासे का दावा, वैभव गहलोत बोले-पापा के रहते रिपीट नहीं हुई सरकार

  • November 15, 2023

    जयपुर (Rajsthan)। राजस्थान में कथित लाल डायरी (laal daayaree) को लेकर मचा तूफान शांत नहीं हो पाया है। बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) के बाड़मेर (Rajsthan) दौरे के ठीक एक दिन पहले और विधानसभा चुनाव से ठीक 11 दिन पहले कथित लाल डायरी के कुछ पन्ने लीक होने का दावा किया गया है। दावे के मुताबिक, फोन पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Chief Minister Ashok Gehlot) के बेटे वैभव गहलोत और कांग्रेस नेता धर्मेंद्र राठौड़ के बीच बातचीत का उल्लेख डायरी में है।

    दावे के अनुसार फोन पर बातचीत के दौरान वैभव गहलोत अपने पिता और मुख्यमंत्री की कार्यशैली से बेहद खफा नजए आए। वैभव नाराज होकर बोले-लिखकर देता हूं, सरकार वापस नहीं आएगी, इसका कारण पापा खुद है। सरकार आते ही अफसरों से घिर जाते हैं, राजनीतिक व्यक्ति उन्हें खराब लगने लग जाते हैं। डायरी के इन पन्नों में सीएम के पुत्र और आरसीए अध्यक्ष वैभव गहलोत की सरकार में नौकरशाही के हावी होने पर नाराजगी जताने, सरकार के बुरी तरह हारने और उनके कहने से स्वीपर तक का ट्रांसफर नहीं करने की बातें लिखी हुई हैं। कथित लाल डायरी के ये पन्ने सोशल मीडिया पर भी अब वायरल हो रहे है।



    गुढ़ा ने विधानसभा में लहराए थे पन्ने
    लंबे समय से भाजपा की ओर से लाल डायरी को सियासी मुद्दा बनाया जा रहा है। गहलोत सरकार से बर्खास्त मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने विधानसभा में लाल डायरी को लहराते हुए इसमें कई विस्फोटक खुलासे छिपे होने का दावा किया था। तब गुढ़ा ने खुद कई पन्ने जारी किए थे। इन पन्नों में पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के करीबी टोडाभीम से कांग्रेस विधायक पीआर मीणा की खदान को चालू करवाने के मामले का भी उल्लेख किया गया है।

    कथित डायरी में लिखा है कि मीणा की खदान चालू कराने पर प्रमुख सचिव खान कुंजी लाल मीणा के राजी नहीं होने की बात लिखी गई है। खान विभाग के तत्कालीन प्रमुख सचिव ने इसे नियमों के खिलाफ बताते हुए मना किया। इसके बाद इसे चालू करवाने के रास्ते खोजे गए।
    गौरतलब है कि बर्खास्त मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा का दावा है कि 2020 में राजस्थान में सियासी संकट के दौरान, जब सीएम गहलोत के करीब धर्मेंद्र राठौड़ के घर केंद्रीय एजेंसियों का छापा पड़ा था। उस समय खुद पुलिस की मदद से राजेंद्र गुढ़ा उस डायरी को राठौड़ के घर से लेकर आए थे। यह डायरी रोज राठौड़ अलग अलग लोगों से दिन भर में हुई बातचीत के आधार पर रात में लिखा करते थे।

    राठौड़ ने लिखा है कि 1:30 बजे पीआर मीणा विधायक का फोन आया। कुंजीलाल मीणा आईएएस को फोन किया परंतु उन्होंने कहा-मैं यह नहीं कर सकता। फिर पीआर मीणा ने सीएम साहब से मिलने का समय मांगा। पीआर मीणा से कहा-कुंजीलाल मीणा आपकी खदान के मामले में निगेटिव, कुलदीप रांका और सीएम को एसएमएस किया।

    मीणा बोले-कुंजीलाल को खान से हटाओ तभी जाएगा कड़ा संदेश
    लाल डायरी के पन्नों में लिखा है, यह सुनकर पीआर मीणा बोले कि अब तो आप सीएम से कहकर कुंजीलाल मीणा आईएएस को प्रमुख सचिव खान से हटाकर दूसरी जगह पोस्टिंग करो, तभी ब्यूरोक्रेसी में कड़ा संदेश जाएगा। फिर मैं पीआर मीणा को उनके सरकारी निवास छोड़कर रघु शर्माजी के निवास पहुंचा। एचडी सहकारिता को नांद जीएसएस के संबंध में फिर फोन करवाया तो बोले 2 दिन का समय दो। फिर रघु शर्मा के साथ जयपुर शहर में दौरा करके आए।

    आईएएस कुंजीलाल सचिन, सीएम, गौरव गोयल का भी जिक्र
    पीआर मीणा की खान के मामले में लाल डायरी के पन्नों पर आगे लिखा है-विधायक पीआर मीणा की खान चालू करवाने के लिए प्रमुख सचिव कुंजीलाल मीणा, खान निदेशक गौरव गोयल, आईएफएस शैलजा देवल, पीसीसीएफ अरिंदम तोमर से खूब लंबी बहस समझाइश की। लगता है कुंजीलाल मीणा, गौरव गोयल दोनों डरे हुए हैं, या यूं कहिए इनका इरादा ठीक नहीं है। कुल मिलाकर बिना सीएम साहब के हस्तक्षेप के यह मामला सुलझता नजर नहीं आ रहा। गौरव गोयल मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के अभी सचिव हैं।

    खटाणा की खदान का काम कर दो, राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस को वोट दे देगा : एक पन्ने पर पायलट समर्थक दूसरे विधायक जीआर खटाणा की खदान का भी जिक्र है। डायरी के अनुसार ऑफिस में 11:15 बजे पीआर मीणा आए। बोले-मेरी जीआर खटाना से उसकी पत्नी के सामने खुलकर बात हो गई है। खटाना की खदान का फॉरेस्ट डायवर्जन का मामला है। आप इसे एक-दो दिन में सीएम साहब से बात करके कर दो तो वह 15 तारीख को राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी को वोट देगा। यह कांग्रेस विधायक दल की मीटिंग में घोषित कर देगा। मैंने कहा है, मैं सीएम साहब से बात करके बताता हूं।

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