उज्जैन। बच्चों के वैक्सीनेशन से लेकर बड़ों को बूस्टर डोज लगाने का अभियान भले ही सुस्त चल रहा हो लेकिन उज्जैन में स्वास्थ्य विभाग ने वैक्सीन के डोज एक्सपायरी डेट से पहले ज्यादा से ज्यादा उपयोग किये हैं। इस महीने के अंत तक एक्सपायरी डेट के टीकों का स्टाक मात्र 80 डोज बचा है जो इस महीने के अंत तक उपयोग कर लिया जाएगा। शहर के निजी अस्पताल में बूस्टर डोज लगना शुरु हो गए हैं। कोरोना की तीसरी लहर की तरह चौथी लहर में भी मरीज कम मिल रहे हैं। अभी तक चौथी लहर के पिछले 30 दिनों में जिले में मात्र 7 पॉजीटिव केस सामने आए हैं। इनमें से भी दो उपचार के बाद ठीक हो गए हैं और 5 का होम आईसोलेशन में उपचार चल रहा है। इधर 10 जून तक स्कूलों में अवकाश होने से 12 से 14 साल तक के आयु के बच्चों का वैक्सीनेशन कार्यक्रम भी ठंडा पड़ा हुआ है। कोरोना का खतरा कम होने से बड़े भी बूस्टर डोज समय पर नहीं लगवा रहे हैं। ऐसे में संभावना रहती है कि वैक्सीनेशन के लिए मंगाए गए वैक्सीन के डोज निर्धारित तिथि के कारण कहीं खराब न हो जाए लेकिन अभी तक वैक्सीनेशन अभियान में सुस्ती के बावजूद ऐसी स्थिति नहीं बनी है कि जिले में मौजूद वैक्सीन का स्टाक एक्सपायरी डेट पार कर गया हो।
सिर्फ 80 डोज हैं ऐसे
इस बारे में जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. के.सी. परमार ने बताया कि अलग-अलग वैक्सीन की एक्सपायरी डेट अलग-अलग है। यह 8 माह, 12 माह और 2 साल तक की है। जिले में अभी वैक्सीन के 80 डोज मौजूद हैं जिनकी एक्सपायरी डेट इस महीने के अंत की है लेकिन उम्मीद है कि यह डोज भी अगले 7 दिनों में उपयोग में आ जाएँगे।
सहर्ष हास्पिटल में बूस्टर लगना शुरु
उल्लेखनीय है कि अभी तक 60 वर्ष से कम उम्र तक के नागरिकों को सरकारी अस्पतालों में 5 स्थानों पर नि:शुल्क बूस्टर डोज लगाए जा रहे थे लेकिन अब इस आयु वर्ग के नागरिकों को निर्धारित राशि देकर प्रायवेट अस्पताल में बूस्टर डोज लगवाना होगा। डॉ. परमार के अनुसार शहर में अभी सहर्ष हॉस्पिटल में वैक्सीन के बूस्टर डोज लगना शुरु हो गए हैं। शासकीय सेंटरों पर 60 वर्ष से अधिक आयु के नागरिकों को नि:शुल्क बूस्टर डोज लगाना जारी है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved