अजब-गजब है केन्द्र की वैक्सीनेशन पॉलिसी… ऑर्डर में देरी के साथ रेट निर्धारण में भी 10 गुना से अधिक का अंतर… निजी अस्पतालों का रेट 1200 रुपए
इंदौर, राजेश ज्वेल।
सीरम इंस्टीट्यूट (Serum Institute) के मालिक अदर पुनावाला (Adar Poonawala) स्पष्ट कह चुके हैं कि मांग के मुताबिक वैक्सीन (Vaccine) का उत्पादन कम है और जुलाई के अंत तक कमी बनी रहेगी, क्योंकि केन्द्र सरकार ने ऑर्डर ही दूसरी लहर शुरू होने पर दिया। वहीं एक और बड़ी विसंगति वैक्सीन (Vaccine) की दरों को लेकर भी सामने आ रही है। सीरम इंस्टीट्यूट के कोविशिल्ड (Covishield) और भारत बायोटैक के को-वैक्सीन की कीमत केन्द्र सरकार के लिए 157 रुपए 50 पैसे तय है और इसी कीमत पर केन्द्र इन दोनों कम्पनियों से वैक्सीन(Vaccine) खरीद रहा है। दूसरी तरफ मध्यप्रदेश सहित सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को यही वैक्सीन 400 रुपए तक की कीमत में खरीदना पड़ रहा है। यानी एक देश-एक वैक्सीन (Vaccine) और कीमत कई गुना ज्यादा और अलग-अलग भी। निजी अस्पतालों के लिए तो 1200 रुपए कीमत तय की गई है। यानी 10 गुना से ज्यादा कीमत वैक्सीन (Vaccine) कम्पनियों को वसूलने की छूट मोदी सरकार ने दे डाली।
सुप्रीम कोर्ट ने भी इस अजब वैक्सीनेशन (Vaccination) पॉलिसी और रेट को लेकर केन्द्र सरकार (Central Government) से जवाब तलब किए हैं। 16 जनवरी से देश में मोदी सरकार ने वैक्सीनेशन (Vaccination) शुरू करवाया और पहले फ्रंटलाइन वर्कर और उसके बाद सरकारी कर्मचारियों को ये वैक्सीन लगवाए। उसके बाद 45 साल से अधिक उम्र के लोगों का वैक्सीनेशन शुरू करवाया, जिसके लिए केन्द्र सरकार ने इन दोनों वैक्सीन कम्पनियों को ऑर्डर दिए और 150 रुपए के रेट पर ही वैक्सीन खरीदे। अभी जो 18 साल से अधिक उम्र के लोगों को वैक्सीन लगवाने की घोषणा 1 मई से केन्द्र सरकार ने की उसके लिए जो नए सिरे से ऑर्डर जारी किए गए उसमें भी केन्द्र सरकार को 157 रुपए 50 पैसे में ही एक वैक्सीन डोज पड़ रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने जो 20 अप्रैल को नई वैक्सीनेशन पॉलिसी घोषित की और अभी 28 अप्रैल को जो सीरम इंस्टीट्यूट और भारत बायोटैक को ऑर्डर दिए, जिसमें लगभग 16 करोड़ डोज खरीदे जा रहे हैं। इसमें 11 करोड़ डोज सीरम इंस्टीट्यूट से, 1732.5 करोड़ रुपए कीमत के और भारत बायोटैक से 5 करोड़ डोज 787.5 करोड़ से खरीदेंगे। यानी एक डोज की कीमत 157 रुपए 50 पैसे आती है। दूसरी तरफ ये ही वैक्सीन का डोज मध्यप्रदेश सहित अन्य राज्यों को दो गुने से अधिक महंगा दिया जा रहा है। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने ही जानकारी दी कि राज्य शासन ने सीरम इंस्टीट्यूट को 4 करोड़ 76 लाख और भारत बायोटैक को 52 लाख 25 हजार डोज का ऑर्डर दिया है और इसके पेटे 2710 करोड़ रुपए की राशि चुकाई जाएगी। शिवराज सरकार को कोविशील्ड वैक्सीन का एक डोज 300 रुपए में और को-वैक्सीन का डोज 400 रुपए में पड़ रहा है। वहीं निजी अस्पतालों के लिए कोविशिल्ड 400 और को-वैक्सीन 1200 रुपए का दिया जाएगा। यानी 10 गुना से ज्यादा वैक्सीन (Vaccine) के रेट में फर्क है, जो किसी भी तरह से तर्कसंगत नहीं है। अब सुप्रीम कोर्ट को ही केन्द्र की तरह देशभर में एक रेट तय करवाना चाहिए।
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