- आज भी 52 हजार को लगेगी वैक्सीन
- कोरोना उपचाररत मरीजों की संख्या मात्र 32 ही बची
इन्दौर। अप्रैल और मई में जो दूसरी लहर (Second wave) के चलते कोरोना मरीज (Corona Patient) मिल रहे थे, उनमें जहां कई मरीजों (Patient) को अस्पताल (Hospital) में भर्ती होने के साथ ऑक्सीजन (Oxygen) की आवश्यकता पड़ रही थी, मगर अभी जो मरीज (Patient) मिल रहे हैं, वे एसिम्टोमेटिक (Asymptomatic) यानी कम लक्षण (Infection) वाले हैं। इसका कारण विशेषज्ञों द्वारा वैक्सीनेशन (Vaccination) होना बताया जा रहा है। इन्दौर में 87 फीसदी आबादी को पहला और 25 फीसदी आबादी को दोनों डोज (Dose) लग चुके हैं। आज 52 हजार लोगों को वैक्सीन (Vaccination) का पहला और दूसरा डोज दिया जाएगा। इसके लिए 115 सेंटर (Center) बनाए गए है।
इन्दौर में अभी औसतन 9 हजार सैम्पलों की जांच हर चौबीस घंटे में की जा रही है। कल 8867 सैम्पलों की जांच में मात्र 5 पॉजिटिव मरीज (positive patients) मिले, वहीं कुल उपचाररत मरीजों (Patient) की संख्या भी घटकर मात्र 32 रह गई है। पूरे प्रदेश में जहां मात्र 47 फीसदी को पहला और 9 फीसदी को दोनों डोज (Second Dose) लगे, जबकि इन्दौर में यह आंकड़ा दोगुने से ज्यादा है। कलेक्टर मनीषसिंह (Collector Manish Singh ) ने वैक्सीनेशन (Vaccination) अभियान चलवाकर 87 फीसदी आबादी को पहला और 25 फीसदी को दोनों डोज लगवा दिए हैं। अगर वैक्सीन का संकट नहीं होता तो महीनेभर पहले ही शत-प्रतिशत आबादी वैक्सीनेट हो जाती। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी बी.एस. सैत्या के मुताबिक आज 115 सेंटरों पर कोवीशील्ड का पहला तथा दूसरा व कोवैक्सीन का दूसरा डोज लगाया जा रहा है। लगभग 52 हजार लोगों को वैक्सीन बुकिंग के आधार पर लग रही है, इसमें 25 हजार कोवैक्सीन के दूसरे डोज शामिल है। इसके साथ ही गर्भवती महिलाओं को भी वैक्सीन लगाए जा रहे हैं। मंगलवार को शुक्रवार को गर्भवती महिलाएं स्पॉट पंजीयन कराकर एमवाय, पीसी सेठी, बाणगंगा, मांगीलाल चूरिया तथा नंदानगर प्रसूति वैक्सीन लगवा सकती है।