देहरादून। उत्तरकाशी जिले (Uttarkashi District) में हिमस्खलन (Avalanche) में फंसे पर्वतारोहियों को बचाने (rescue the climbers) के लिए अब हाई एल्टीट्यूड वारफेयर स्कूल (High Altitude Warfare School) गुलमर्ग (एचएडब्ल्यूएस) के जांबाज मोर्चे पर उतरेंगे। जम्मू कश्मीर से 16 सदस्यीय दल बुधवार को उत्तराखंड के रवाना हो गया। बृहस्पतिवार सुबह ये जांबाज देहरादून से उत्तरकाशी के लिए रवाना होंगे। इनके लिए वायु सेना के हेलीकाप्टर का इंतजाम किया जा रहा है।
उच्च हिमालयी क्षेत्र में एडवांस माउंटेनियरिंग कोर्स के लिए निकला पर्वतारोहियों का दल बर्फीले तूफान की चपेट में आया है। हिमस्खलन में फंसे पर्वतारोही दल के सदस्यों के बचाव के लिए जम्मू कश्मीर के हाई एल्टीट्यूट वारफेयर स्कूल गुलमर्ग के जांबाजों को उतारा जाएगा।
सेना के इस स्कूल के जवानों को ऊंचे पर्वतों में बर्फीली चोटियों पर ड्यूटी करने और बर्फीले तूफानों से बचाव की ट्रेनिंग दी जाती है। केंद्र और राज्य सरकार के प्रयासों से एचएडब्ल्यूएस के 16 सदस्यीय जवानों को हिमस्खलन में फंसे पर्वतारोहियों को निकालने के लिए भेजा गया है। बुधवार देर रात तक एचएडब्ल्यूएस के जवान देहरादून पहुंचेंगे। बृहस्पतिवार सुबह देहरादून से उत्तरकाशी बेस कैंप के लिए रवाना होंगे। इन जवानों के लिए वायु सेना के हेलीकॉप्टर की व्यवस्था की जा रही है।
बता दें कि पर्वतारोहियों को निकालने व बचाव कार्य में सेना, आईटीबीपी, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ की टीमें जुड़ी है। हाई एल्टीट्यूड वारफेयर स्कूल के जवानों को उच्च हिमालयी क्षेत्रों में ड्यूटी व बचाव कार्य में दक्षता होने से उनकी मदद ली जा रही है।
अपर सचिव एवं उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण के सीईओ सी. रविशंकर ने बताया कि हिमस्खलन में फंसे पर्वतारोहियों के बचाव कार्य के लिए एचएडब्ल्यूएस के जवानों उत्तराखंड के लिए रवाना हो गए हैं। देहरादून से बेस कैंप तक दल को पहुंचाने के लिए वायु सेना के हेलिकाप्टर की व्यवस्था की जा रही है।
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