नई दिल्ली। उत्तराखंड के चमोली में रविवार को ग्लेशियर टूटने से बड़ा हादसा हो गया। अबतक के राहत और बचाव कार्य के दौरान चमोली जिला पुलिस ने अब तक 19 शव मिलने की पुष्टि की है। बताया जा रहा है कि अभी भी 202 से अधिक लोग लापता हैं। रात में भी बचाव कार्य जारी रहा। नुकसान का आकलन जारी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह ने आपदा को लेकर उत्तराखंड के सभी सांसदों के साथ बातचीत की। इस दौरान उन्होंने आपदा के बाद राहत बचाव कार्यों और भविष्य के लिए क्या किया जाए इसे लेकर चर्चा की।
दोबारा शुरू होगा तपोवन परियोजना का काम: केन्द्रीय मंत्री
चमोली पहुंचे केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने सोमवार को आपदा प्रभावित क्षेत्र तपोवन का दौरा कर स्थानीय लोगों से आपदा के बारे में जारकारी ली। उन्होंने एनटीपीसी के अधिकारियों से परियोजना के बारे में जानकारी भी ली। उन्होंने कहा कि तपोवन और ऋषि गंगा परियोजनाओं को लगभग 15 सौ करोड़ की क्षति हुई है। वर्ष 2023 तक 520 मेगावाट की तपोवन-विष्णुगाड़ जल विद्युत परियोजना का कार्य पूर्ण होना था। लेकिन परियोजना बैराज, टनल में मलबा पसरा है। इसे हटाने में समय लगेगा। इसके बाद परियोजना निर्माण कार्य दोबारा चालू किया जाएगा।
ग्लेशियर का हवाई सर्वेक्षण कर रही डीआरडीओ की टीम
डीआरडीओ के निदेशक डॉ. एलके सिन्हा ने बताया कि डीआरडीओ की टीम चमोली में आपदा लाने वाले ग्लेशियर का हवाई सर्वेक्षण कर रही है। प्रथम दृष्टया ऐसा लगता है कि एक लटकता हुआ ग्लेशियर मुख्य ग्लेशियर से अलग हो गया और संकरी घाटी में नीचे आ गया।
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