टनकपुर (चंपावत) । नेपाल के लिए बन रही नहर में जलापूर्ति के लिए बैराज के पास तटबंध में हेड रेगुलेटर का निर्माण होगा। इसके लिए डैम का पानी खाली किया जाएगा। इसके लिए सोमवार शाम पांच बजे से बैराज के गेट खोल दिए जाएंगे। करीब चार घंटे में डैम का पानी खाली होगा। शारदा से जलापूर्ति के लिए टनकपुर बैराज के पास से नेपाल के लिए नहर बनाई जा रही है।
इस नहर में पानी छोड़ने के लिए बैराज से करीब 50 मीटर की दूरी पर तटबंध में हेड रेगुलेटर का निर्माण होना है। इसके लिए बैराज में डंप पानी खाली करना जरूरी है। हेड रेगुलेटर निर्माण के लिए एनएचपीसी के टनकपुर पॉवर स्टेशन में 8 फरवरी से 52 दिन का क्लोजर घोषित किया गया है। इस अवधि में एनएचपीसी नहर में जलापूर्ति और पॉवर स्टेशन में बिजली उत्पादन बंद रहेगा।
टनकपुर पॉवर स्टेशन के महाप्रबंधक (ई ऐंड सी) मदन लाल ने बताया कि बैराज के डैम में डंप पानी खाली करने के लिए 8 फरवरी की शाम पांच बजे से बैराज के गेट खोलकर पानी सीधे डाउन स्ट्रीम की ओर नदी में छोड़ा जाएगा। उन्होंने बताया कि इन दिनों नदी में करीब चार हजार क्यूसेक पानी है। चार घंटे में डैम के खाली होने की उम्मीद है। क्लोजर से 1500 मेगावाट बिजली उत्पाद का होगा नुकसान। इसकी भरपाई केंद्र सरकार करेगी।
52 दिन के शटडाउन के चलते 1300 से 1500 मेगावाट बिजली उत्पादन का नुकसान होगा। इसकी भरपाई केंद्र सरकार करेगी। उल्लेखनीय है कि नेपाल के साथ 1991 में हुई संधि के मद्देनजर केंद्र सरकार की ओर से नेपाल को शारदा से जलापूर्ति के लिए बैराज से नेपाल सीमा तक 1.2 किलोमीटर नहर बनाई जा रही है। नोडल एजेंसी एनएचपीसी की देखरेख में नहर निर्माण का कार्य तेजी से चल रहा है। नहर के शुरुआती स्थल पर 50 प्रतिशत निर्माण पूरा हो चुका है।अब जलापूर्ति के लिए तटबंध में हेड रेगुलेटर का निर्माण कर नहर के मुहाने को शारदा की धारा से जोड़ा जाना है। हेड रेगुलेटर के निर्माण के लिए बैराज में डंप पानी खाली किया जाएगा। इससे टनकपुर पॉवर स्टेशन की नहर में जलापूर्ति नहीं हो सकेगी और बिजली का उत्पादन बंद रहेगा। टनकपुर पॉवर स्टेशन के महाप्रबंधक एसके शर्मा के अनुसार इन दिनों पॉवर स्टेशन में 25 से 30 मेगावाट बिजली पैदा हो रही है। शटडाउन अवधि में बैराज और पावर स्टेशन के मरम्मत कार्यों को निपटाने का मौका भी मिला है।
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