नई दिल्ली (New Delhi) । उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के हाथरस (Hathras) में हुई भगदड़ में 120 से ज्यादा मौतों के बाद इस हादसे को लेकर AAP के राज्यसभा सांसद व नेता संजय सिंह (Sanjay Singh) ने बेहद दुख और कड़ी नाराजगी जताई है। इस हादसे के लिए उन्होंने बाबाओं के बाजार को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि इस देश में इंसान की जान की कोई कीमत नहीं है, इसलिए ऐसा होता है। उन्होंने कहा कि किसी राजनीतिक दल को जब विरोध करना होता है तो धारा 144 का बोलकर लाठी मारकर अंदर कर दिया जाता है, तो ऐसे में बाबा के यहां हजारों की भीड़ जमा कैसे हो गई।
संजय सिंह ने कहा, ‘इस देश में इंसान की जिंदगी की कोई कीमत तो है नहीं, पुल गिर जाए लोग मर जाए, भगदड़ मच जाए लोग मर जाए, कोई महामारी आ जाए लोग मर जाए, तो इस देश में इंसान की जिंदगी की कोई कीमत नहीं है। एक व्यक्ति अपना ‘बाबा बाजार’ खड़ा कर रहा है उस पर कोई नियंत्रण नहीं है, और यह सिर्फ हाथरस की घटना नहीं है, पूरे देश में उठाकर देख लीजिए। क्या होता है हरियाणा में, एक बाबा हत्या का, बलात्कार का दोषी है, जब चाहता है जेल से बाहर आ जाता है। पूरी सरकार उसके सामने नतमस्तक रहती है। अपने राजनीतिक फायदे के लिए आप ऐसे बाबाओं का बाजार विकसित होने देंगे पूरे देश में, तो ऐसी दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं कैसे रुकेंगी?’
आगे उन्होंने कहा, ‘ये कितनी पीड़ादायक बात है, जो लोग हाथरस में मारे गए समाज के सबसे अंतिम पायदान पर बैठे हुए लोग हैं। आप उनकी तस्वीरें देखिए, आंखों से आंसू आ जाएंगे। किस तरह से लाशें बिछी हुई हैं, आधिकारिक जानकारी के अनुसार अबतक 121 लोगों की जान चली गई है। हम लोग छोटा सा प्रदर्शन करते हैं तो कहते हैं कि धारा 144 लगी हुई है, लाठी मार-मारकर बंद कर देते हैं। वहां उस बाबा के पास 5 हजार, 8 हजार की भीड़ कैसे जमा हो गई। अगर भीड़ जमा हो गई तो पुलिस कहां थी, प्रशासन कहां था।’
आगे AAP नेता ने कहा, ‘राज्य सरकार को पीड़ितों के परिवार के लिए ऐसा मुआवजा घोषित करना चाहिए, जिससे उनके घावों पर थोड़ा तो मरहम लग सके। लेकिन फिर मैं दोहरा रहा हूं, किसी भी धर्म के प्रचारक हों, अनियंत्रित बाबा बाजार पूरे देश में जो चल रहा है, धर्म के नाम पर धंधा जो चल रहा है, अगर उस पर रोक नहीं लगाई गई तो स्थिति और भयावह होगी’
बता दें कि उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले के सिंकदराराऊ के फुलरई गांव में मंगलवार को नारायण साकार विश्व हरि ‘भोले बाबा’ के कार्यक्रम में लाखों श्रद्धालु जुटे थे। इस दौरान मची भगदड़ में 121 श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि घटना में 31 अन्य घायल हुए हैं। मृतकों में अधिकांश महिलाएं हैं। इस मामले में कार्यक्रम के मुख्य सेवादार और उसके साथियों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या तथा कई अन्य आरोपों में मुकदमा दर्ज किया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना की न्यायिक जांच के आदेश दिये हैं।
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